मिस्र मे हो रहे संसदीय चुनवों के बीच अल गुना फ़िल्म फेस्टिवल मे अमेरिकी राजदूत जोनाथन आर कोहेन ने यह स्वीकार किया है की सिनेमा देशो को जोड़ने का सबसे सशक्त माध्यम है। उन्होने अरब देशों के युवा फिल्मकारों को फ़िल्म निमार्ण मे हर तरह की अमेरिकी मदद देने का वायदा किया है। उन्होंने कहा की अरब देशों मे बहुत सारी ऐसी कहानियां बिखरी पड़ी है जिनपर बेहतर दुनियाँ के लिए फ़िल्में बन सकती है। दोनों मिल कर चमत्कार कर सकते है। उन्होने मिस्र के महान अभिनेता ओमर शरीफ को याद किया जिन्होने बॉलीवुड मे डेविड लीन की दो फिल्मों मे काम किया है।

‘लॉरेंस ऑफ़ अरेबिया ‘(1962) ‘और डॉ जिवागो ‘(1965) जैसी फिल्मों मे मुख्य भूमिकाएं निभाने के कारण दुनियाँ भर मे ओमर शरीफ़ को याद किया जाता है। अल गुना फ़िल्म फेस्टिवल का यह चौथा साल है। इस बार का मुख्य विषय है -मानवता के लिए सिनेमा। मिस्र आदि अरब देशों की चुनी हुई 18 फ़िल्म परियोजनाओं के लिए दो करोड़ रुपए के नकद पुरुस्कार प्रदान किया। मिस्र में त्योहार पर 63 फीचर फिल्में, 18 लघु फिल्में और दुनिया भर के 10 वृत्तचित्र है ।”त्योहार करने का निर्णय मुख्य रूप से इस तथ्य पर आधारित था कि हम जीवन को आगे बढ़ाना चाहते हैं, यह आशा का संदेश है, खुशी का संदेश है और अवहेलना का संदेश है, और सिनेमा यह सब है,” नागुइब सविरिस ने कहा जो एल गौना फिल्म फेस्टिवल के संस्थापक।

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