आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव अपनी अनूठी राजनीतिक गतिविधियों के लिए हमेशा सुर्खियों में रहे हैं। लेकिन, उनकी अगली रणनीति को देखकर लगता है कि इस बार राजनीति से उनका मोहभंग हो गया है। इस बार उनके सुर्खियों में आने का कारण उनकी ‘एल एंड आर’ ब्रांड की अगरबत्ती का कारोबार है। उन्होंने अपना नया कारोबार का नाम ‘एल एंड आर’ यानी लार्ज एंड रिच रखा है। हालांकि तेज प्रताप के करीबी नेताओं का कहना है कि ब्रांड का नाम का मतलब लालू-राबड़ी है।

तेजप्रताप ने बताया कि मंदिर में भगवान को जो फूल चढ़ाए जाते हैं वो बेकार चले जाते हैं। हम उन्हीं फूलों को इकट्ठा करके सूखाकर पीस लेते हैं और पाउडर बनाकर अगरबत्ती बनाते हैं। तेज प्रताप ने अगरबत्तियों के नाम भगवान के नाम पर रखे हैं, जैसे कृष्णलीला, गंगा यमुना, परिजात, वृंदा तुलसी आदि। उनका कहना है कि इससे लोगों को रोजगार भी मिलेगा।

तेज प्रताप की मानें तो ऐसी अगरबत्ती उन्होंने मथुरा-वृन्दावन में खरीदी थी। दिल्ली के एक मित्र की अगरबत्ती की फैक्ट्री बनते देखी तो उससे प्रभावित होकर पटना में आयुर्वेदिक अगरबत्ती बनाने का सोचा। इसलिए उन्होंने अपने पिता के नाम वाले “लालूजी के खटाल” में बनाने की फैक्ट्री लगाई।

बता दें कि कुछ समय पहले तेजप्रताप की तबीयत अचानक खराब हो गई थी। सूचना मिलते ही बड़े भाई तेजस्वी हालचाल लेने पहुंचे थे। पता चला कि तेजप्रताप ने कोरोना वैक्सीन ली थी। इसके बाद उन्हें बदन दर्द और हल्के बुखार की शिकायत थी। हाल ही में 5 जुलाई को तेजप्रताप ने राजद के सिल्वर जुबली कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया था, जहां उनके पिता लालू यादव ने उनके भाषण की बहुत तारीफ की थी।

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