भागलपुर. बिहार में भागलपुर जिला के घोघा में अठगामा इलाके का 22 वर्षीय युवक विद्यासागर उर्फ बंटी ख़ास तरह से देश की सेवा में लगा हुआ है। वह सेना में नहीं है, लेकिन देश की रक्षा में सीमा पर तैनात जवानों की सेवा करता है। वह स्टेशन पर उतरने वाले सेना के जवानों को अपने टेंपो में बिना पैसे लिए उनके घर तक पहुंचाता है। दिन हो या रात वह सेना के जवान की सेवा को अपना पहला कर्तव्य मानता है।
विद्यासागर की टेम्पो के पीछे लिखा है, जनहित यात्रा, भारतीय सेना के लिए इस टेंपो से नि:शुल्क यात्रा की सुविधा है। दिव्यांगों से आधा किराया लिया जाता है। वाई-फाई की सुविधा मुफ्त में…। वह रोज तड़के घोघा से भागलपुर स्टेशन पहुंचता है और ट्रेन से जैसे ही कोई सेना का जवान उतरता है, उसे नि:शुल्क घर तक पहुंचाता है। नौ माह में अब तक उसने 500 से अधिक फौजियों को उनके घर तक नि:शुल्क पहुंचाया है। विद्यासागर ने बताया कि करीब नौ माह पहले उसने अखबार में सेना के एक जवान के शहीद होने की खबर पढ़ी। इसमें जवान के परिवार की स्थिति को पढ़कर वह विचलित हो उठा, उसका मन रो पड़ा।
विद्यासागर ने बताया कि 2014 मैट्रिक परीक्षा देने के दौरान वह टेंपो पकड़ने के लिए वह गोल सड़क के पास खड़ा था। उसी समय बीच चौक पर दुर्घटना में एक आदमी घायल हो गया। वह सड़क पर तड़पता रहा, वहां से कई वाहन लेकर ड्राइवर गुजरे, लेकिन किसी ने भी उसे उठाने का प्रयास नहीं किया। उसी दिन उसने तय किया वह बड़ा होकर जरूरतमंदों की मदद करेगा। वह अब तक कई घायलों को अस्पताल पहुंचा चुका है। कुल मिलकर विद्यासागर का काम ना सिर्फ सरहनीय है बल्कि उनकी निजी ज़िन्दगी भी काफी दिलचस्प है विद्यासागर ने अपनी शादी में दहेज़ लेने से भी इंकार कर दिया था, इसके आलावा वो एक चैरिटी संस्था के लिए भी काम करते हैं।
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