हरियाणा रोडवेज कर्मचा‍रियों की हड़ताल को आज नौ दिन हो गए पर इस हड़ताल के खत्‍म होने की उम्‍मीद बुधवार को भी टूट गई. बता दें कि रोडवेज कर्मचारी यूनियनों के नेताओं और चंडीगढ़ में परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार की देर शाम तक चली वार्ता विफल रही. यह बातचीत यहां हरियाणा निवास में हुई. वार्ता में सहमति नहीं बनने पर रोडवज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने हड़ताल जारी रखने का ऐलान किया है.

जानकारी के अनुसार, वार्ता शाम करीब साढ़े पांच शुरू हुई. वार्ता में सहमति नहीं बनी. कर्मचारी नेता निजी बसों को किलोमीटर स्‍कीम के तहत नहीं चलने देने पर अड़ गए. वार्ता में रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी के पदाधिकारी हरिनारायण शर्मा सहित हरियाणा सरकार की ओर से मुख्यमंत्री मनोहरलाल के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और परिवहन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव धनपत सिंह भी मौजूद रहे.

चंडीगढ़ स्थित हरियाणा निवास में परिवहन मंत्री कृष्ण लाल पंवार के साथ ढाई घंटे चली बैठक में किलोमीटर स्कीम के तहत बसें चलाने के मुद्दे पर बात नहीं बनी. परिवहन मंत्री ने घोटाले के आरोपों की विजिलेंस जांच कराने की बात कही, लेकिन 510 बसों का टेंडर वापस लेने से हाथ खड़े कर दिए. हालांकि उन्होंने जांच पूरी होने तक बाकी 190 बसों का टेंडर जारी नहीं करने का भरोसा दिलाया, लेकिन कर्मचारी नेता सभी बसों का टेंडर रद करने की मांग पर अड़े रहे. मंत्री के इन्‍कार के बाद रोडवेज कर्मचारी तालमेल कमेटी ने हड़ताल जारी रखने का किया एलान.

प्रोबेशन के 309 चालक-परिचालक काम पर लौटे, डिपों से निकली 1815 बसें
लंबी खिंच रही हड़ताल के चलते बेपटरी परिवहन सिस्टम को पटरी पर लाने के लिए सरकार ने पूरी ताकत झोंक रखी है. बुधवार को प्रोबेशन पर लगे 309 चालक-परिचालकों ने ड्यूटी ज्वाइन कर ली जिससे रोडवेज की 1815 बसें चली. इसके अलावा निजी स्कूलों की 120 और सहकारी परिवहन समितियों की 1059 बसें सड़कों पर दौड़ी. इस तरह कुल 2994 बसें चली जिससे यात्रियों को थोड़ी राहत मिली है. इससे पहले मंगलवार को रोडवेज की 1464, सोमवार को 800 व रविवार को 509 रोडवेज बसें ही चल पाईं थी.

Adv from Sponsors

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here