केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने 1984 के दंगे को लेकर कहा कि 2015 में हमारी सरकार ने ही एसआईटी गठन करने का आदेश देकर मामले की जांच में तत्परता दिखाई थी.

इतना ही नहीं, उन्होंने कांग्रेस के भूतपूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के उस बयान को लेकर भी उन पर निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि जब कभी-भी कोई बड़ा पेड़ गिरता है तो जमीन तो हिलती ही है. कांग्रेस ने इस बयान को लेकर कभी भी मांफी नहीं मांगी, हां लेकन, मनमोहन सिंह ने एक बार जरूर अपने इस बयान को लेकर खेद जरूर प्रगट किया था, लेकिन उन्होंने मांफी मांगने की जरूत नहीं समझी.

वहीं, रविशंकर प्रसाद ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने तो पूर्ण कोशिश की थी कि वे 34 साल पूराने नरसंहार  इस मामले को दबा सकें, ताकि आरोपियों के खिलाफ कोई प्रमाणिक कार्रवाई न हो सकें.

गौरतलब है कि गत मंगलवार को पटियाला कोर्ट ने 1984 के सिख विरोधी दंगे मामले में दोनों आरोपियों यशपाल सिंह को फांसी की सजा सुनाई गई थी तो वहीं नरेश सहरावत को उम्रकैद की सजा सुनाई, जिसको लेकर सिख समुदाय के लोगों ने खुशी जताई थी.

इसके साथ ही कोर्ट के बाहर मोजूद पीड़ित परिवार के परिजनों समेत अनेको सिखों ने जब कोर्ट का फैसला सुना तो उनकी आंखे नम हो गई.

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