ऐसे हालात में जब राम मंदिर निर्माण को लेकर आय-दिन चर्चा का बाजार गर्म ही रहता है. इसी बीच, अब योगगुरु बाबा रामदेव ने भी मंदिर निर्माण के पक्ष में अपना बयान दर्ज करवाकर इस चर्चा के बाजार को और गर्म कर दिया है. उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण तो तभी हो सकता है जब कोर्ट से आदेश आए या फिर कानून बनाया जाए. बिना इन दोनों के तो मंदिर निर्माण मुश्किल है.

बाबा रामदेव ने ये उक्त बयान एएनआई न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान कही. गौरतलब है कि इससे पहले भी उन्होंने राम मंदिर को लेकर कहा था कि अगर कोर्ट का फैसला राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में नहीं आता है तो हम संसद में कानून लाएंगे.

इसके साथ ही उन्होंने कहा था कि वहां पर राम का मंदिर नहीं बनेगा तो किसका मंदिर बनेगा. मालूम हो कि राम मंदिर को लेकर कोई न कोई कुछ न कुछ कहता ही रहता है.

वहीं, इसी मुद्दे को लेकर संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप का कहना है कि अगर कोर्ट का फैसला राम मंदिर के पक्ष में नहीं आता है तो हम संसद में अध्यादेश ला सकते हैं, मगर इसके साथ ही हमें फिर कानून लाने के लिए 6 महीने का समय लग जाएगा.

गौरतलब है कि इससे पहले भी भाजपा के वरिष्ठ नेता और सांसद राकेश सिन्हा ने कहा था कि हम आगामी संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान में राम मंदिर निर्माण के पक्ष में विधेयक लेकर आएंगे, तब देखते ही कौन-कौन इस पर अपनी सहमति जताता है.

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