चौथी दुनिया ब्यूरो: अगले साल की शुरुआत में ही पंजाब में चुनाव होने वाले हैं. आम आदमी पार्टी इसके लिए जी-जान से तैयारियों में जुटी है. हाल ही में आप के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने 9 दिनों का पंजाब दौरा भी किया था. इस दौरान उन्होंने दलितों के लिए अलग से घोषणापत्र जारी किया था. लेकिन दलित वोटों में सेंध का केजरीवाल का यह प्रयास उनके और उनकी पार्टी के लिए परेशानी बनता दिख रहा है.
चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी को नोटिस जारी कर, दलित घोषणापत्र की 2 कॉपियां मंगवाई है. गौरतलब है कि मतदाताओं को लुभाने और वोट पाने के लिए चुनाव में झूठे, फर्जी और बड़े बड़े वादे करने वाली राजनीतिक पार्टियों पर रोक लगाने के लिए चुनाव आयोग ने कुछ नियम बनाये थे. जिसके अंतर्गत सभी राजनीतिक पार्टियों को मतदाताओं से वादा करने से पहले इनका एक एफिडेविट बना कर चुनाव आयोग को सौपना होगा.
ऐसा ना करने की स्थिति में चुनाव आयोग पार्टियों से उनका चुनाव चिन्ह वापस ले सकता है. इसी नियम के अंतर्गत आयोग ने आप पार्टी के दलित घोषणापत्र की 2 कॉपियां मंगवाई है. जालंधर जिले के गोराया में अलग से जारी किए गए इस दलित घोषणा पत्र में यह वादा किया गया है कि अगर पंजाब में आप की सरकार बनती है, तो किसी दलित को ही उप मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.
उस घोषणापत्र में यह भी वादा किया गया है कि पंजाब में आप की सरकार बनने के बाद में पिछले 10 सालों में दलितों के खिलाफ हुए अत्याचार की जांच के लिए एक विशेष जांच दल का गठन किया जायेगा.