kashmirनोटबंदी के बाद इसके असरी की जांच कर रही एजेंसियों ने सरकार को अपनी रिपोर्ट सौंपी है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नोटबंदी के फैसले से आतंकियों की फंडिंग पर शिकंजा कसने में कामयाबी हासिल हुई है. यह भी कहा गया है कि नोटबंदी के बाद दिसंबर में कश्मीर घाटी में आतंकवाद से जुड़ी घटनाओं में 60 फीसदी तक की कमी आई है. बताया गया है कि इस महीने घाटी में सिर्फ एक बम धमाका हुआ. यह भी बताया गया है कि नोटबंदी के कारण आतंकवादियों का नेटवर्क कमजोर पड़ गया है. बीते कुछ हफ्तों में घाटी में कई कामयाब एंटी टेरर ऑपरेशंस चलाए गए. कश्मीर में कैश की कमी होने की वजह से स्थानीय असामाजिक तत्व युवाओं को पत्थरबाजी के लिए नहीं लुभा पा रहे.

Read Also: विपक्ष की मांग के बाद चुनाव आयोग ने सरकार से मांगा जवाब, कहा-रुख साफ करें

प्रधानमंत्री द्वारा बुलाई गई हाई लेवल रिव्यू मीटिंग में इस बात पर चर्चा हुई कि कश्मीर में पाक समर्थित आतंकवाद, जाली करंसी और माओवादियों के फंडिंग नेटवर्क नोटबंदी का क्या असर पड़ा है. सरकार को एजेंसियों ने यह भी बताया है कि नोटबंदी के फैसले से भारत को फर्जी करंसी के खिलाफ जंग में बड़ी कामयाबी हासिल हुई है. इस फैसले के बाद पाकिस्तानी को जाली नोट छापने वाले अपने दो अहम प्रेसों  को मजबूरन बंद करना पड़ा है. गौरलतब है कि नोटबंदी के फैसले के वक्त कहा गया था कि इससे आतंकवाद से निपटने और जाली नोटों के कारोबार पर अंकुश लगाए जाने में मदद मिलेगी.

Adv from Sponsors

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here