दिल्ली के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश ने आम आदमी पार्टी के विधायकों पर बदसलूकी का आरोप लगाया है. उन्होंने उपराज्यपाल अनिल बैजल से इस मामले में शिकायत की है. विधायकों पर केस दर्ज करने और कार्रवाई की मांग लेकर दिल्ली के अफसर हड़ताल पर चले गए हैं. इधर आम आदमी पार्टी ने सफाई दी है कि ऐसा कुछ नहीं हुआ है, उपराज्यपाल के इशारों पर ऐसे आरोप लगाए जा रहे हैं. भाजपा और कांग्रेस ने इसे सरकार की गुंडई करार दिया.

दरअसल, मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कुछ योजनाओं पर चर्चा के लिए मीटिंग बुलाई थी, जिसमें मुख्य सचिव भी शामिल हुए थे. आरोप है कि इसी दौरान आप के विधायकों ने मुख्य सचिव के साथ बदसलूकी की, उन्हें धक्का दिया और थप्पड़ भी मारा गया, साथ ही अभद्र भाषा का इस्तेमाल भी किया गया. इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विसेस ऑफिसर्स के एसोसिएशन ने इस घटना को लेकर अरविंद केजरीवाल और विधायकों के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है. इनका कहना है कि ये संवैधानिक संकट है. दिल्ली की ब्यूरोक्रेटिक फैमिली पर हमला हुआ है. ऐसे में सामान्य कर्मचारी का क्या होगा. इनकी मांग है कि जब तक उनको गिरफ्तार नहीं किया जाएगा, हम हड़ताल पर रहेंगे.

आम आदमी पार्टी ने इन आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है. पार्टी की तरफ से कहा गया है कि दिल्ली में आधार की गड़बड़ी के चलते 2.5 लाख परिवारों को पिछले महीने राशन नहीं मिल पाया, जिसके करण विधायकों पर जनता का काफी दबाव है. इसी को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर विधायकों की मीटिंग बुलाई गई थी. मीटिंग में मुख्य सचिव ने इससे जुड़े सवालों के जवाब नहीं दिए. उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री और विधायकों के लिए जवाबदेह नहीं हैं, सिर्फ उपराज्यपाल को जवाब देंगे. उन्होंने विधायकों के साथ भी गलत लहजे में बात की और मीटिंग से बाहर चले गए.

इस पूरे मुद्दे पर भाजपा और कांग्रेस ने केजरीवाल सरकार पर हमला बोला है. दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने इसे लेकर किए गए अपने एक ट्वीट में लिखा है- आम आदमी पार्टी के गुंडों का एक और शर्मनाक काम. इसे आप नगरीय नक्सलवाद भी कह सकते हैं. केजरीवाल को इस्तीफा देना चाहिए. वहीं कांग्रेस ने भी इसे गुंडई करार दिया है. कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित का कहना है कि आम आदमी पार्टी को गलत व्यवहार और करप्शन पर सफाई देनी चाहिए. यदि कुछ अच्छा हुआ है तो केजरी और उनके एमएलए क्रेडिट लें और कुछ गलत हुआ है तो सरकार गिरना चाहिए. इस तरह से हाथापाई करना! कोई गुंडागर्दी है क्या?

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