सोशल मीडिया पर नेताओं के मीम्स बनाकर उनका मजाक उड़ाने का ट्रेड लगातार बढ़ता जा रहा है. लेकिन अब अगर आपने नेताओं के फोटो क्राप करके उन्हें सोशल मीडिया पर पोस्ट किया तो आपकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

दरअसल चुनावी मौसम में जहां राजनीतिक दलों से जुड़े नेता सोशल मीडिया के जरिए लोगों के सम्पर्क स्थापित कर रहे हैं. तो वहीं दूसरी तरफ कुछ लोग इनके भाषणों और वीडियो का गलत तरीके से इस्तेमाल करके उनके रैप और मीम्स बनाकर सोशल मीडिया पर शेयर कर देते हैं. जो इन नेताओं के साथ- साथ सियासी दलों के लिए भी सिरदर्द साबित हो रहे हैं. लेकिन अब इससे निपटने के लिए चुनाव आयोग ने कमर कस ली है. ऐसे में अब अगर कोई भी व्यक्ति इस तरह के मामलों में लिप्त पाया जायेगा तो ना सिर्फ उसके खिलाफ मामला दर्ज होगा बल्कि कड़ी कार्यवाही भी की जाएगी.

बताया जा रहा है कि पंजाब के चांदीगढ़ में चुनाव आयोग के निर्देश पर डीआईजी के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई है, जिसमें एक एआईजी, दो डीएसपी और चार इंस्पेक्टर सोशल मीडिया साइट्स पर नजर रख रही है. चुनाव आयोग के मुताबिक
सोशल मीडिया पर नेताओं की तस्वीरों से छेड़छाड़ करना, उन्हें क्राप करके मीम्स बनाना, उनकी छवि धूमिल करने के इरादे से रैप बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड करना अपराध की श्रेणी में आता है. ऐसा करने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जा सकती है.

एक अख़बार के मुताबिक पंजाब के मुख्य चुनाव अधिकारी एस करुणा राजू ने कहा है कि आपत्तिजनक पोस्ट डालने वालों पर केस दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही चुनाव आयोग की मॉनीटरिंग कमेटी सोशल मीडिया पर 24 घंटे नजर रखे हुए है. हालांकि इस मामले में किसी पर भी कार्यवाही नहीं हुई है.

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