एक बात याद रखो, कोई भी काम बहुत सावधानी और सफ़ाई से करनी चाहिए. वह सेवक कांप गया और उस ट्रे को उठाकर वापस ले गया और फिर बहुत सावधानी के साथ बिना छलकाए चाय लेकर आया. वरुण गांधी ने इस घटना के बारे में अपने किसी मित्र को बताया कि थोड़ी सी छलकी हुई चाय को लेकर सेवक के साथ गुजरात के मुख्यमंत्री के व्यवहार से मैं बहुत हैरान रह गया, इस घटना ने मुझे अंदर से हिला दिया.

कांग्रेस के एक नेता हैं शहज़ाद पूनावाला. उनकी बहन की शादी थी. उन्होंने बहुत सारे लोगों को निमंत्रित किया था. इसमें प्रियंका गांधी और वरुण गांधी भी शामिल थे. वरुण गांधी शहज़ाद पूनावाला की बहन की शादी में पहुंचे और वहां लगभग ढाई से तीन घंटे रहे. उन्हें देखते ही प्रियंका गांधी ने हाथ हिलाकर स्माइल दी और अपने पास बैठने की दावत दी. वरुण गांधी शादी में आए अन्य लोगों से मिलने लगे, उधर प्रियंका गांधी उनका इंतजार करती रहीं. थोड़ी देर बाद वरुण गांधी प्रियंका गांधी के पास जाकर बैठ गए और दोनों लगभग दो घंटे साथ बैठे रहे.

शादी में आए तमाम लोगों ने उन्हें आसपास बैठकर बातचीत करते देखा. लोगों ने यह भी देखा कि प्रियंका गांधी वरुण गांधी से काफी बातचीत कर रही हैं या बातचीत करने की कोशिश कर रही हैं, वरुण मुस्कुरा तो रहे हैं लेकिन कम ही जवाब दे रहे हैं. उस शादी में मौजूद एक व्यक्ति के अनुसार, प्रियंका गांधी वरुण के ऊपर कुछ प्रभाव डालने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन वरुण उस प्रभाव से अपने को मुक्त करने की कोशिश में दिखाई दिए. दोनों लगभग दो घंटे साथ रहे.

क्या बातचीत हुई, कोई नहीं जानता. लेकिन दोनों साथ बैठे और बातचीत हुई, इसे बहुत सारे लोगों ने देखा. वरुण गांधी की सुरक्षा में लगे हुए लोगों ने शायद भारतीय जनता पार्टी की सरकार को यह संदेश दे दिया कि आज प्रियंका गांधी और वरुण गांधी में मुलाक़ात हुई है और दोनों में दो घंटे के क़रीब बातचीत हुई है. इस मुलाकात में प्रियंका गांधी के लिए कोई रिस्क नहीं था. अगर कुछ रिस्क था तो वरुण गांधी के लिए था.

अगली स्लाइड में और पढ़ें

Adv from Sponsors

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here