नई दिल्ली, (राज लक्ष्मी मल्ल): दुनिया में ऐसे अजीबो गरीब लोग हैं जिनके शौक भी अजीब और आश्चर्यचकित करने वाले होते है. वैसे तो हमने बहुत सी खुबसुरत मालिकों को देखा है उनको अनेको जानो से भी जानते हैं लेकिन एक ऐसी मलिका है जिनको मधुमखियो की मलिका का नाम दिया गया है. जी हाँ खुबसूरत साराह मपेली  मधुमखियो की मलिका-ए-हुश्न है

सुन कर अजीब लगेगा लेकिन यही सच है साराह के बदन पर मधुमखियाँ अपना छत्ता बनती हैं. जिस तरह से रानी मधुमखी के पीछे पीछे सारी मधुमखी जाती हैं वैसे ही सारह मलेपी के साथ मधुमखिओं का जमावड़ा होता है.

वैज्ञानिक तथ्यों का कहना हैं की रानी मधुमक्खी के शरीर से एक प्रकार का गंध निकलता है जिस गंध की वजह से सारी मधुमखी, रानी मधुमखी के पीछे पीछे चलती हैं. लोगो का मानना है कि साराह मपेली के शरीर से भी एक तरह का गंध आता है जिस वजह से सारी अन्य 12,000 मधुमक्खियां उनसे आ कर चिपक जाती है. लेकिन साराह इसे एक मैडिटेशन तकनीक मानती है जिस से वो यह आनोखा अद्भोत कर पाती है

जानकारी के लिए बता दे अभी साराह के शरीर के गंध का टेस्ट नहीं किया गया है जिस वजह से अभी तक साबित नही हुआ कि असलियत में इनके शरीर से कोई ऐसा गंध निकलता है या एक यह महज अफवाह हैं या फिर साराह का मैडिटेशन तकनीक। लेकिन एक बात तो साबित हो गया है वो मधुमखियो की रानी हैं या फिर मधुमखियो की मलिका-ए-हुश्न हैं.

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