15 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार पूरे देश में धूम धाम से मनाया जाएगा. भाई-बहन के प्यार के प्रतीक इस त्योहार पर बहनें भाई की कलाई पर राखी बांध कर उसकी लंबी उम्र की कामना करती हैं. हालाकिं देश में रक्षा बंधन के मौके पर देश के कई इलाकों में भगवान को भी राखी बांधने का रिवाज है. बदलते दौर में रक्षा बंधन का त्योहार किसी एक धर्म और संप्रदाय तक सिमित नहीं है. देश में सभी धर्मों के लोग रक्षा बंधन पूरी श्रधा से मनाते हैं.

रक्षाबंधन का हमारी संस्कृति में कितना महत्व है उसका अंदाज इस बात से लगाया जा सकता हैं कि बद्रीनाथ में मौजूद एक खास विष्णु मंदिर के कपाट सिर्फ रक्षा बंधन दिन के लिए खोले जाते हैं, जो पूरे साल बंद रहता है और सिर्फ एक दिन के लिए ही भक्तों के लिए खुलता है. बताया जाता है कि रक्षा बंधन के दिन सुबह इस मंदिर का कपाट खुलता है और शाम को सूरज ढलने तक भक्त पूजा अर्चना करते देखे जा सकते हैं. जिसके बाद ये मंदिर फिर से साल के बाकी 364 दिन के लिए बंद हो जाता है.

जानकार बताते हैं कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों के काल में हुआ था. तब से लेकर आज तक यह परंपरा निरंतर चली आ रही है. तो वहीं दूसरी तरफ लोग अभी से भगवान विष्णु के दर्शन के लिए मंदिर के बाहर कतारों में खड़े होकर इंतजार कर रहे हैं. खासबात ये हैं कि बहनें भगवान के दर्शन के बाद ही अपने भाइयों को राखी बांधती हैं.

Adv from Sponsors