प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को भोपाल आ रहे हैं। वे भोपाल के जंबूरी मैदान में आयोजित जनजाति गौरव दिवस कार्यक्रम में भाग लेंगे। मध्यप्रदेश सरकार बिरसा मुंडा की जयंती को जनजाति गौरव दिवस के तौर पर मनाती है। मोदी इसके बाद पीपीपी मॉडल से विकसित वर्ल्ड क्लास हबीबगंज स्टेशन का लोकार्पण भी करेंगे। इस स्टेशन का नाम अटल बिहारी बाजपेयी स्टेशन करने की घोषणा हो सकती है।

प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार मोदी का कार्यक्रम तय हो गया है। वे करीब 3 घंटे भोपाल में रहेंगे। इस दौरान मोदी भोपाल में सोलर ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देने के राज्य सरकार ऊर्जा साक्षरता मिशन का शुभारंभ करेंगे। साथ ही सिकल सेल मिशन का पायलट कार्यक्रम भी शुरू करेंगे। इस दौरान सामुदायिक वनों के प्रबंधन के अधिकार ग्राम सभाओं को सौंपे जाने की घोषणा भी की जा सकती है। अनुसूचित जनजाति साहूकार एक्ट लागू होगा।

सिकल सेल मिशन का पायलेट कार्यक्रम का शुभारंभ
प्रधानमंत्री राज्य सिकल सेल मिशन का पायलेट कार्यक्रम का शुभारंभ भी करेंगे। इस दौरान पहले रोगी का ब्लड सैंपल लिया जाएगा। बता दें कि सिकल सेल एक जेनेटिक बीमारी है। सामान्य रूप में हमारे शरीर में लाल रक्त कण प्लेट की तरह चपटे और गोल होते हैं। यह रक्त वाहिकाओं में आसानी से आवाजाही कर पाते हैं, यदि जीन असामान्य हैं तो लाल रक्त कण प्लेट की तरह गोल न होकर अर्धचंद्राकार रूप में दिखाई देते हैं। इस वजह से यह रक्त वाहिकाओं में ठीक तरह से आवागमन नहीं कर पाते हैं। इससें शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। इसके कारण मरीज को एनीमिया की समस्या होती है। आदिवासियों में यह रोग तेजी से पनप रहा है। सिकल सेल रोग अधिकतर उन उन इलाकों में ज्यादा होता है, जो अविकसित होते हैं।

मुख्यमंत्री करेंगे यह घोषणा
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान कार्यक्रम के दौरान सामुदायिक वनों के प्रबंधन के अधिकार ग्राम सभाओं को सौंपे जाने की घोषणा करेंगे। इसके साथ ही अनुसुचित जनजाति साहूकार एक्ट को लागू किया जाएगा। इसके अलावा मुख्यमंत्री आदिवासियों से जुड़ी कोई बड़ी योजना का ऐलान भी कर सकते हैं।

मंच पर सिर्फ आदिवासी नेताओं को जगह
कार्यक्रम की तैयारियों के मुताबिक मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और राज्यपाल मंगूभाई पटेल के अलावा 13 आदिवासी नेता मौजूद रहेंगे। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा बतौर विशिष्ट अतिथि आमंत्रित किए गए हैं, जबकि मंच पर पहली पंक्ति में शिवराज सरकार में मंत्री बिसाहूलाल सिंह, विजय शाह और मीना सिंह को जगह मिली है। दूसरी पंक्ति में पूर्व मंत्री ओम प्रकाश धुर्वे, गजेंद्र सिंह पटेल, सांसद दुर्गादास उईके, हिमाद्री संपतिया उईके, सुमेर सिंह सोलंकी व पूर्व मंत्री कलसिंह भाभर बैठेंगे।

4 जातियों पर रहेगा फोकस
सूत्रों के मुताबिक आयोजन में आदिवासियों की गौड, भील, कोल व सहरिया जाति के लोगों को अधिक संख्या में बुलाने का निर्णय लिया गया है। आयोजन की प्रारंभिक तैयारी के मुताबिक आदिवासियों को 14 नवंबर को विदिशा, रायसेन, सांची व सीहोर में ठहराया जाएगा। इन्हें 15 नवंबर को कार्यक्रम स्थल पर लाया जाएगा।

मिशन 2023 की तैयारी का आगाज
मोदी के दौरे को भी आदिवासियों को 2023 के चुनाव के लिए लुभाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। वजह यह है कि राज्य में 43 समूहों वाले आदिवासियों की आबादी 2 करोड़ से ज्यादा है, जो 230 में से 84 विधानसभा सीटों पर असर डालती है। मप्र में 2018 के विधानसभा चुनाव में BJP को आदिवासियों ने बड़ा नुकसान पहुंचाया था।

10 नवंबर से पहले शिवराज की 3 सभाएं होंगी
मंत्रालय सूत्रों ने बताया कि 15 नवंबर को आयोजित कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आदिवासी बाहुल्य शहडोल, मंडला और धार में सभाएं करेंगे। इन सभाओं में आदिवासी नेता व केंद्रीय राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के अलावा शिवराज कैबिनेट में मंत्री विजय शाह, बिसाहूलाल सिंह व मीना सिंह मौजूद रहेंगे।

BJP इसलिए झोंक रही ताकत
आदिवासी बहुल इलाके में 84 विधानसभा क्षेत्र आते हैं। 2018 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 84 में से 34 सीट पर जीत हासिल की थी। वहीं, 2013 में इस इलाके में 59 सीटों पर बीजेपी को जीत मिली थी। 2018 में पार्टी को 25 सीटों पर नुकसान हुआ है। वहीं, जिन सीटों पर आदिवासी उम्मीदवारों की जीत और हार तय करते हैं। वहां सिर्फ बीजेपी को 16 सीटों पर ही जीत मिली है। 2013 की तुलना में 18 सीट कम है। अब सरकार आदिवासी जनाधार को वापस बीजेपी के पाले में लाने की कोशिश में जुटी है।

हबीबगंज स्टेशन का नाम अटल बिहारी वाजपेयी होगा
सूत्रों ने बताया कि हबीबगंज स्टेशन को वर्ल्ड क्लास स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है। पीपीपी मोड में स्टेशन का पुनर्विकास योजना को प्रधानमंत्री लोकार्पण कर देश को समर्पित करेंगे। हबीबगंज स्टेशन का नाम अटल बिहारी वाजपेयी स्टेशन करने की घोषणा की जाएगी। प्रधानमंत्री दोपहर 2:05 पर हबीबगंज स्टेशन पहुंचेंगे। वे यहां स्टेशन परिसर का अवलोकन करेंगे। इसके बाद आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद वे दोपहर 3:15 बजे दिल्ली रवाना होंगे।

Adv from Sponsors