जम्मू कश्मीर में किश्तवाड़ के होंजर डच्चन गांव में बादल फटने की खबर सामने आ रही है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, घटना में चार लोगों की मौत हो चुकी है और 30 से 40 लोग लापता बताए जा रहे हैं। खराब मौसम की वजह से बचाव के लिए पुलिस और सेना के जवानों को मौके पर पहुंचने के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। घायलों का एयरलिफ्ट करने के लिए एयरफोर्स की भी मदद ली जा रही है।

किश्तवाड़ के डिप्टी कमिश्नर के मुताबिक, रेस्क्यू ऑपरेशन में तेजी लाने की कोशिशें की जा रही हैं। SDRF की टीम ने भी मोर्चा संभाल लिया है। बादल फटने की वजह से किश्तवाड़ में कारीब 9 घरों को नुकसान पहुंचा है। फिलहाल चार शव बरामद किए गए हैं। बाकियों की तलाश जारी है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने यहां के DM अशोक शर्मा से बात की और हालात का जायजा लिया।

आपको बता दें कि जम्मू क्षेत्र के अधिकांश हिस्सों में पिछले कुछ दिनों से भारी बारिश हो रही है। जुलाई के अंत तक और बारिश की चेतावनी जारी की गई है। साथ ही किश्तवाड़ में अधिकारियों ने जलाशयों और स्लाइड-प्रवण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है।

मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ने की उम्मीद है, जो नदियों, नालों, जल निकायों और स्लाइड-प्रवण क्षेत्रों के पास रहने वाले निवासियों के लिए खतरा पैदा कर सकता है।

जानकारी के अनुसार किश्तवाड़ जिले में भारी बारिश से ज्यादातर नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ गया है और बादल फटने से भी जल निकायों पर असर पड़ा है। पहाड़ी इलाका होने की वजह से भूस्खलन होने का खतरा बढ़ गया है। इसी को देखते हुए जिला पुलिस किश्तवाड़ की तरफ हैल्प डेस्क भी लगाया गया है और लोगों को घर रहने के लिए कहा है।

कई राज्यों में भारी बारिश
देश के सभी प्रमुख राज्यों में बारिश हो रही है। मानसून का तीसरा कम दबाव वाला क्षेत्र बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहा है। इसके असर से शनिवार तक उत्तर भारत में भारी बारिश के आसार हैं। देश में 27 जुलाई तक कुल 408.5 मिमी मानसूनी बारिश रिकॉर्ड की गई, जबकि आमतौर पर 27 जुलाई तक 413.8 मिमी हो जाती है। यानी, अब तक मानसून की सिर्फ 1% बारिश कम हुई है।

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