follow these tips during gym

भागती-दौड़ती जिंदगी में अगर एक परेशानी हर दूसरे व्यक्ति में अधिक दिखाई देती है तो वो है अधिक वजन। इसका सही मायने में एक ही इलाज है और वो है शारीरिक मेहनत। कितने भी नुस्खे अपना लें, लेकिन व्यायाम सबसे कारगर है। व्यायाम किसी भी रूप में हो सकता है- सुबह टहलें, योग करें, प्राणायाम करें या वेट ट्रेनिंग। इनमें से जो भी आपके लिए सही है और जो भी आप नियमित कर सकते हैं, उसे अपनाकर आप वजन कम करने का अपना सपना पूरा कर सकते हैं। अगर आप वेट ट्र्रेंनग यानी जिम को तरजीह देते हैं तो कुछ जरूरी बातें जान लें। अकसर देखा गया है कि जिम में व्यायाम की शुरुआत करने वाले नए लोग कई सारी गलतियां कर बैठते हैं, जिनसे उनके मसल्स विकसित नहीं होते और गंभीर चोट का शिकार हो जाते हैं। जिम में की गई कौन सी गलतियां आपकी सेहत के लिए हानिकारक हो सकती हैं और उनसे किस तरह बचा जा सकता है, बता रहे हैं ऋषभ सक्सेना

वार्मअप न करना

जिम में व्यायाम से पहले वार्मअप करना बहुत ही जरूरी होता है। इससे आप ज्यादा बेहतर तरीके से व्यायाम कर पाते हैं। बिना वार्मअप किए अचानक से व्यायाम करने से मसल्स में खिंचाव आने का डर रहता है, क्योंकि शुरुआत में मसल्स सुस्त रहती हैं और उनमें खून का बहाव धीमा होता है। ऐसे में अचानक से दबाव पड़ने से मसल्स को नुकसान हो सकता है। इसलिए जरूरी है कि व्यायाम से पहले वार्मअप करें।

नियमों का करें पालन

जब भी आप जिम करना शुरू करते हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए और जिम करते वक्त भी कुछ नियमों का पालन करना चाहिए। इससे आपकी मेहनत का अच्छा फल मिलता है और आप जल्दी मनचाही बॉडी बना पाते हैं। अगर आप जिम शुरू करना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने जिम में जाएं और वहां की मशीनों के बारे में पता करें। साथ ही पहले दिन ट्रेनर से मशीनों के बारे में और उनसे होने वाले फायदों के बारे में पता लगाएं। सबसे पहले एक शॉवर ले लें और उसके बाद जिम करना शुरू करें।

ट्रेनर की मदद जरूरी

जिम जाने वाले युवाओं को शुरुआती दौर में ट्रेनर की मदद अवश्य लेनी चाहिए। फिटनेस मशीन को किस तरह और कितनी देर प्रयोग करना है, ये जानकारी आप अपने जिम इंस्ट्रक्टर से ले सकते हैं। इसके लिए आप जिम इंस्ट्रक्टर से फिटनेस मशीनों का डेमो मांग सकते हैं। यदि आपका प्रशिक्षक जिम में रखी हुई सारी मशीनों पर व्यायाम करने के लिए कहता है तो संभवत: वह एक अच्छा प्रशिक्षक नहीं है। आपके ट्रेनर को सभी मशीनों पर कसरत करवाने के बजाय आपको कई चरणों में वर्क आउट्स करवाना चाहिए। अकसर लोग खासकर युवा जल्दी बॉडी बनाने के चक्कर में बगैर ट्रेनर की राय लिए गलत ढंग से एक्सरसाइज करते हैं, जिसका खामियाजा उन्हें चोट के साथ भुगतना पड़ता है।

रफ्तार

जिम में कसरत की रफ्तार और तीव्रता धीरे-धीरे बढ़ाएं। अचानक ही कठिन श्रम वाले व्यायाम करने लगना शरीर के लिए उचित नहीं। शरीर के अनचाहे हिस्सों पर गैरजरूरी दबाव से दर्द और मांसपेशियों में चोट की समस्या हो सकती है। रफ्तार पर नियंत्रण को लेकर जिम ट्रेनर की मदद लेनी चाहिए। आजकल लोग जल्दी फिट होने के लिए अपनी क्षमता और आवश्यकता से ज्यादा रफ्तार में जिम करते हैं, जिस कारण उन्हें चोट लगती है। हर ट्र्रेंनग के बीच आप 10 मिनट का ब्रेक लें। ट्र्रेंनग के दौरान अगर आप सुस्ती दिखाएंगे तो भी फिट नहीं रह पाएंगे।

हड्डियों में कमजोरी

आजकल के युवा जल्दी से जल्दी अपनी बॉडी बनाना चाहते हैं, जिसके लिए वह जिम में जरूरत से ज्यादा व्यायाम करते हैं। इस कारण हड्डियों पर दबाव बढ़ता है और हड्डियां मजबूत होने के बजाय कमजोर हो जाती हैं। बढ़ती उम्र के साथ उनकी हड्डियों में दर्द होना शुरू हो जाता है। इसके अलावा गठिया रोग होने की भी संभावना होती है। ज्यादा कसरत करने से खून का दबाव बढ़ता है। इसके चलते दिल की बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।

अपने कपड़ों पर ध्यान दें

बहुत जरूरी है कि कसरत के दौरान कपड़े और जूते अनुकूल हों। कपड़े कहीं से तंग या शरीर पर दबाव डालने वाले नहीं होने चाहिए। अगर कसरत के दौरान जूते सही नहीं हैं तो पैरों की मांसपेशियों में चोट आ सकती है। संभव हो तो ये चीजें स्पोट्र्स और कसरत के लिए चीजें बनाने वाली विशेष दुकानों या ब्रांड से ही लें। अगर आप उसी टी शर्ट में जिम में वर्क आउट कर रहे हैं, जिसे पहन कर सोए थे और यदि आपके जूते फटे-पुराने हैं तो जिम में आपके द्वारा की जाने वाली मेहनत से कुछ ज्यादा अपेक्षा न करें।

ध्यान रहे

किसी भी अन्य खेल की तरह बॉडी र्बिंल्डग में भी चोट लगना लाजमी है। जिम में गलत तरीके से वर्क आउट करना, आवश्यकता अनुसार सही आहार न लेना और ट्रेनर के परामर्श के बगैर एक्सरसाइज करना नुकसान पहुंचा सकता है। आप सही संयोजन और जिम एक्सपर्ट (खासतौर पर वही, जिसे मशीनों और उनसे कराई जाने वाली एक्सरसाइज की पूरी जानकारी हो) से बातचीत करके ही अपना वर्क आउट करें। अगर आप जिम में इंजरी का शिकार हो जाते हैं तो अपने शरीर के अनुसार सही पोषण (प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट, विटामिन और खनिज) का उचित सेवन कर अपनी मांसपेशियों को दोबारा मजबूत बना सकते हैं। अपनी जिम किट, सुरक्षा गियर पहनने और अपनी खुद की सहनशक्ति के अनुसार ही वजन उठाएं। ध्यान रहे कि आपकी यही गलतियां चोटों का सबसे आम कारण बन जाती हैं।

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