इस साल फरवरी महीने में उत्तर प्रदेश के सहारनरपुर और उत्तराखंड के रुड़की में ज़हरीली शराब पीने से करीब 100 लोगों की मौत हो गई थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आनन् फानन में जांच के आदेश दिए और 15 लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कर गिरफ्तार भी किया गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस मामले में सात पुलिसवालों समेत 16 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। दावा किया गया की प्रदेश में ज़हरीली शराब पूरी तरह से ख़त्म दिया गया है।

लेकिन इस बीच एक बार फिर उत्तर प्रदेश के बाराबंकी में रामनगर थाना क्षेत्र में जहरीली शराब ने जमकर कहर बरपाया। सोमवार की शाम को सरकारी ठेके से शराब पीकर लौटे ग्रामीणों की हालत बिगड़ने लगी। जिन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर भर्ती कराया गया। भर्ती मरीजों ने देर रात दम तोड़ना शुरू कर दिया। 10 लोगों की सीएचसी में मौत हो गई। घटना राम नगर कोतवाली क्षेत्र के रानीगंज का है।

सीएचसी में आने लगे एक-एक करके मरीज: सोमवार की रात को करीब 9:00 बजे से सीएचसी सूरतगंज में मरीजों के आने का सिलसिला शुरू हो गया। एक के बाद एक करके आधा दर्जन से अधिक लोग गंभीर हालत में आए। सभी मरीजों ने जब शराब पीने से हालत बिगड़ने की बात बताई तो फिर डॉक्टरों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। देर रात मरीजों के मरने का सिलसिला शुरू हो गया।

मंगलवार की सुबह तक सोनू पुत्र सुरेश(25) निवासी अकोहरा, राजेश पुत्र सालिक राम(35) निवासी देवरिया के अलावा रामेश कुमार पुत्र छोटेलाल (35), सोनू पुत्र छोटे लाल (25), मुकेश पुत्र छोटे लाल (28) के अलावा स्वयं छोटेलाल निवासी रानीगंज की मौत जहरीली शराब से हो गई है। इस प्रकार एक ही घर में चार लोगों की मौत हो चुकी है।

मरने वालों में तीन सगे भाइयों और पिता
रामनगर इलाके में रानीगंज कस्बे के तीन भाई और उनके पिता की मौत हो गई। परिवार वालों का कहना है कि शराब पीने के बाद इन लोगों की तबियत बिगड़ गई। एक भाई की मौत घर पर ही हो गई जबकि दो भाईयों ने समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दम तोड़ दिया।

पिता को लखनऊ ट्रॉमा सेंटर के लिए रवाना किया गया लेकिन उन्होंने भी रास्ते में ही दम तोड़ दिया। परिवार वालों का कहना है कि इन लोगों ने सरकारी ठेके से शराब खरीदी थी।

अभी आधा दर्जन से अधिक लोग अस्पताल में भर्ती हैं और उनकी स्थिति बेहद गंभीर बताई जा रही है। माना जा रहा है कि मृतकों की संख्या और भी बढ़ सकती है हालांकि डॉक्टर अपनी ओर से उन्हें बचाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। इस मामले में पुलिस ने भी जांच शुरु कर दी है लेकिन खबर लिखे जाने तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है।

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