akhilesh-Yadav-shivpal-Yadaसमाजवादी पार्टी में अमर सिंह को बाहर निकालने का अभियान तूल पकड़ता जा रहा है. इतने विवाद के बावजूद मुलायम, अमर सिंह को पार्टी से निकालने के लिए तैयार नहीं हैं. खबर है कि अमर सिंह का इस्तीफा लेकर शिवपाल, अखिलेश के पास गए थे. सीएम ने उनसे स्पष्ट कहा कि आप मेरे पास इस्तीफा लेकर क्यों आए हैं? आप नेताजी के पास जाइए. वही इसपर फैसला कर सकते हैं. अखिलेश की मंशा है कि अमर सिंह को पार्टी से निकालने की घोषणा खुद नेताजी करें. साथ ही वे ये भी एलान करें ही अब अखिलेश ही पार्टी के सर्वेसर्वा हैं. इस बात से शिवपाल नाराज हो गए और उन्होंने अखिलेश से कहा कि पार्टी के सभी पदों से अमर सिंह का इस्तीफा हो गया है. अगर तुम कहते हो, तो मैं भी इस्तीफा दे दूं. नाराज होकर शिवपाल ने कहा, रिश्ता रखना चाहते हो तो रखना, वरना कोई बात नहीं. टीम अखिलेश का कहना है कि अगर अमर इस्तीफा देना चाहते हैं तो पार्टी के साथ-साथ राज्यसभा से भी दे दें. इससे पहले पार्टी के दोनों धड़ों के बीच सुलह की 6 बार कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं. रामगोपाल ने शुक्रवार को कहा था कि हमारे पास 229 में से 212 विधायकों का समर्थन है. यही सपा असली है. हम अखिलेश की अगुआई में चुनाव लड़ेंगे.   

 अखिलेश ने फ्रीज कराया खाता

 इस बीच खबर है कि अखिलेश यादव ने पार्टी के अकाउंट फ्रीज करा दिए हैं. इसमें 500 करोड़ रुपए जमा हैं. अभी तक शिवपाल के दस्तखत पर ही लेन-देन होता था. ये खाते दिल्ली, लखनऊ और इटावा में हैं.

पाकसाफ हो गए अखिलेश के साथ दागी

इससे पहले अमर सिंह ने एक न्यूज एजेंसी को दिए इंटरव्यू में कहा था कि जिस चाचा शिवपाल के घर सीएम पले बढ़े, आज वे उन्हीं के विरोधी हो गए हैं. जो विधायक शिवपाल के साथ रहने से दागी थे, अब अखिलेश के साथ पाकसाफ कैसे हो गए हैं. इस बीच बेनी प्रसाद वर्मा भी मुलायम के घर मिलने पहुंचे और उन्होंने अपने बेटे का टिकट वापस करने का प्रस्ताव नेताजी के सामने रखा. खबर है कि नेताजी ने फिलहाल इस प्रस्ताव को टाल दिया है. अखिलेश नहीं चाहते हैं कि बेनी प्रसाद के बेटे पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ें.

 

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