ओपन ऑफिस एक ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है, जो एक ऑफिस में इस्तेमाल होने वाले सभी उपयोगी सॉफ्टवेयरों का कलेक्शन है. जिस तरह से माइक्रोसॉफ्ट ऑपरेटिंग सिस्टम में माइक्रोसॉफ्ट का ऑफिस होता है, ठीक उसी तरह का एप्लीकेशन ओपन ऑफिस का भी है. दोनों में फर्क केवल आपकी जेब पर पड़ने वाले भार का है, क्योंकि माइक्रोसॉफ्ट का ऑफिस जहां खरीदा जाता है, वहीं ओपन ऑफिस बिल्कुल मुफ्त उपलब्ध है. ऐसा इसलिए, क्योंकि यह ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर है. ओपन ऑफिस को सबसे पहले 1980 में जर्मनी में स्टार डिवीजन कंपनी ने बनाया था, फिर कुछ सालों के बाद 1999 में सन माइक्रोसिस्टम ने इसका अधिग्रहण कर लिया और 2000 में यह बाज़ार में आया. सन माइक्रोसिस्टम द्वारा ओपन ऑफिस को लाने का मकसद ऑफिस जैसे महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर को लोगों को मुफ्त उपलब्ध कराना और माइक्रोसॉफ्ट के बढ़ते एमएस ऑफिस के बाज़ारू मूल्य को खत्म करना था. ओपन ऑफिस को बेहतर से बेहतर बनाने में ओपन सोर्स पर काम करने वाली अन्य कंपनियां भी आगे आ गईं, जैसे रेड हैट, नॉवेल, आईबीएम, गूगल इत्यादि, लेकिन इसका मुख्य डेवलपर ओरकल ही माना जाता है.

ओपन ऑफिस को सबसे पहले 1980 में जर्मनी में स्टार डिवीजन कंपनी ने बनाया था, फिर कुछ सालों के बाद 1999 में सन माइक्रोसिस्टम ने इसका अधिग्रहण कर लिया और 2000 में यह बाज़ार में आया. सन माइक्रोसिस्टम द्वारा ओपन ऑफिस को लाने का मकसद ऑफिस जैसे महत्वपूर्ण सॉफ्टवेयर को लोगों को मुफ्त उपलब्ध कराना और माइक्रोसॉफ्ट के बढ़ते एमएस ऑफिस के बाज़ारू मूल्य को़ खत्म करना था.

ओपन सोर्स किसी भी कंप्यूटर और किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम पर आसानी से इंस्टॉल हो जाता है. यह माइक्रोसॉफ्ट के सभी ऑपरेटिंग सिस्टम यानी लाइनक्स, एप्पल मैक आदि सब पर चलता है. फिलहाल भारत में माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 2007 आठ पैकेजों में उपलब्ध है:

  • माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 2007 होम एंड स्टूडेंट डब्ल्यू आई एन 32 इंग्लिश, जिसकी क़ीमत है 3,861 रुपये.
  • माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस होम एंड स्टूडेंट हिंदी, क़ीमत 3,500 रुपये.
  • माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 2007 स्टूडेंट एडिशन इंग्लिश, क़ीमत 14,000 रुपये.
  • माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 2007 स्टैंडर्ड एडिशन हिंदी, क़ीमत 14,512 रुपये.
  • माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 2007 प्रोफेशनल एडिशन इंग्लिश, क़ीमत 15,600 रुपये.
  • माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 2007 प्रोफेशनल एडिशन हिंदी, क़ीमत 17,500 रुपये.
  • माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस 2007 स्मॉल बिजनेस एडिशन इंग्लिश, क़ीमत 12,400 रुपये.
  • माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस अल्टीमेट 2007 डब्ल्यू आई एन 32 इंग्लिश, कीमत 24,714 रुपये.

मतलब अगर देखा जाए तो माइक्रोसॉफ्ट एक ही सॉफ्टवेयर के पैकेज में थोड़े बहुत फेरबदल करके मनमाने ढंग से आम कंप्यूटर यूजर से लेकर भारत सरकार तक को ठग रही है और इस तरह भारत से करोड़ों रुपये अमेरिकी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट को जा रहे हैं. अगर एक ही एप्लीकेशन के लिए माइक्रोसॉफ्ट की जगह ओपन ऑफिस का इस्तेमाल किया जाए तो देश के करोड़ों रुपये बहुत आसानी से बचाए जा सकते हैं.

ओपन ऑफिस के सॉफ्टवेयर पैकेज में 6 सॉफ्टवेयर हैं

  • राइटर : यह बिल्कुल माइक्रोसॉफ्ट वर्ड की तरह है, जहां हम वर्ड फॉरमेटिंग, एडिटिंग, मेल मर्ज इत्यादि आसानी से कर सकते हैं. राइटर में हम माइक्रोसॉफ्ट के किसी भी वर्ड डॉक्यूमेंट को ओपन और सेव कर सकते हैं. इसमें पीडीएफ में भी सेव करने का विकल्प दिया गया है.
  • सीएएलसी : यह माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल की तरह है, जहां स्प्रेडशीट, वर्कबुक, शीट, ग्राफ, डाटा एनालिसिस और छोटा डाटा बेस भी बनाते हैं.
  • इम्प्रेस : यह माइक्रोसॉफ्ट प्रेजेंटेशन का हूबहू रूपांतरण है. इसमें बिजनेस स्लाइड शो एक फॉरमेट से दूसरे फॉरमेट में कन्वर्ट कर सकते हैं.
  • ड्रा : यह एमएस पेंट से भी एडवांस है, जहां पेंटिंग के साथ-साथ वेक्टर ग्राफिक्स का भी काम कर सकते हैं.
  • मैथ : इस सॉफ्टवेयर का उपयोग गणित के फार्मूले बनाने, उनकी जांच करने और गणित के फार्मूले लिखने के लिए किया जा सकता है. इसके अलावा इसमें माइक्रोसॉफ्ट इक्वोशन एडिटर की तरह काम किया जा सकता है.

ओपन ऑफिस इस्तेमाल करने के लाभ

  • क्विक इंस्टॉल : यह बिना किसी झंझट के तुरंत इंस्टॉल हो जाता है.
  • नो लाइसेंस फी : ओपन सोर्स होने की वजह से यह मुफ्त उपलब्ध है, जिसे लेजर जनरल पब्लिक लाइसेंस के तहत दिया जाता है.
  • क्रॉस प्लेटफॉर्म : किसी भी ऑपरेटिंग सिस्टम पर आसानी से चलता है. यह माइक्रोसॉफ्ट के सभी ऑपरेटिंग सिस्टम यानी लाइनक्स, एप्पल मैक सब पर चलता है.
  • लैंग्वेज सपोर्ट : यह लगभग 110 से भी अधिक भाषाओं को सपोर्ट करता है.
  • फाइल कम्पैटिबिलिटी : माइक्रोसॉफ्ट की कोई भी वर्ड फाइल, पीडीएफ, ओडीएफ इत्यादि ओपन और एडिट कर सकते हैं.
  • कस्टमाइजेशन : इस सॉफ्टवेयर के साथ प्रोग्रामिंग एडिटर भी होता है, जहां हम कोड लिखकर अपने काम के अनुसार किसी भी नए फंक्शन को जोड़ सकते हैं.
  • फ्रिक्वेंटली अपडेट : ओपन ऑफिस लगभग साढ़े चार लाख लोगों द्वारा बनाया जाता है, इसलिए यह जल्दी- जल्दी नए फंक्शन के साथ अपडेट होकर लोगों के बीच उपलब्ध होता रहता है.
  • बग रिपोर्टिंग : बग रिपोर्टिंग एक सॉफ्टवेयर एरर शामिल करने का तरीक़ा है, जो सीधे इसके डेवलपर को मिल जाता है और डेवलपर बग को समझ कर उसका सोल्यूशन निकालता है.

ओपन ऑफिस सॉफ्टवेयर इंटरनेट से ही डाउनलोड किया जा सकता है. डाउनलोड करने के लिए अपने कंप्यूटर पर इंटरनेट से गूगल क्रोम या फायरफॉक्स ब्राउजर पर WWW.download.openoffice.org ओपन करें और ओपन ऑफिस डाउनलोड करें. इस तरह से इंटरनेट से डाउनलोड करके आप भी देश का पैसा बाहर जाने से बचा सकते हैं, इसके साथ ही बेहतर एप्लीकेशंस के साथ एडवांस सॉफ्टवेयर मुफ्त पा सकते हैं.

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