राज्यसभा में गुरुवार को हुए चुनाव में एनडीए उम्मीदवार वरिष्ठ पत्रकार हरिवंश नारायण को सदन का उपसभापति चुन लिया गया है. सदन में 2 सदस्यों के अनुपस्थित रहने के बावजूद उन्हें 125 वोट मिले जबकि विपक्ष के प्रत्याशी बीके हरि प्रसाद को 105 वोट मिले. मौजूदा समय में हरिवंश नारायण सिंह जनता दल (यूनाइटेड) की ओर से राज्यसभा सांसद हैं.

हरिवंश नारायण सिंह की जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अरूण जेटली और सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने उन्हें बधाई दी. पीएम मोदी ने सदन में बोलते हुए कहा कि, हरिवंश जी एक काबिल नेता और अच्छे लेखक हैं, मुझे पूरी उम्मीद है कि वे राज्यसभा की गरिमा को बनाए रखेंगे. पीएम मोदी ने हरिवंश नारायण की तारीफ करते हुए कहा, वह अपने पद की गरिमा को बेहतर तरीके से समझते हैं.

उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के इस्तीफे की जानकारी होने के बाद भी उन्होंने अपने ही अखबार में यह खबर नहीं छापी. हरिवंश नारायण की जीत पर सोनिया गांधी ने कहा कि, हम कभी जीतते हैं कभी हारते हैं हार का मतलब विपक्ष का बिखराव नहीं.

हरिवंश के पक्ष में जदयू के आर सी पी सिंह, भाजपा के अमित शाह, शिव सेना के संजय राउत और अकाली दल के सुखदेव सिंह ढींढसा ने प्रस्ताव पेश किया. वहीं हरिप्रसाद के लिये बसपा के सतीश चंद्र मिश्रा, राजद की मीसा भारती, कांग्रेस के भुवनेश्वर कालिता, सपा के रामगोपाल यादव और राकांपा की वंदना चव्हाण ने प्रस्ताव पेश किया.

इन प्रस्तावों पर मतविभाजन के बाद सभापति नायडू ने हरिवंश को उपसभापति निर्वाचित घोषित किया. विजयी घोषित होते ही हरिप्रसाद ने हरिवंश को उनके स्थान पर जाकर बधाई दी. नेता सदन अरुण जेटली, नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद, संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार और संसदीय कार्य राज्यमंत्री विजय गोयल ने हरिवंश को बधाई देते हुए उन्हें उपसभापति के निर्धारित स्थान पर बिठाया.

राजनीति के जानकार मान रहे थे कि हरिवंश नारायण ही जीतेंगे. वोटिंग से पहले दोनों ही उम्मीदवारों ने अपनी जीत का दावा किया था. वहीं बीजू जनता दल ने हरिवंश सिंह को अपना समर्थन देने का ऐलान कर दिया था तभी साफ हो गया था कि अब हरिवंश को ही उपसभापति की गद्दी मिलेगी.

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