डॉ. अख़लाक़-उ र-रहमान क़िदवाई ने विभिन्न पदों पर रहते हुए देश की जो सेवा की है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता. अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में एक शिक्षक के तौर पर उन्होंने अपनी ज़िम्मेदारी को बहुत अच्छे ठंग से निभाया. यह विचार उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी शनिवार को कांस्टीट्यूश्न क्लब में तीसरे आईओएस लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड समारोह के आयोजन के अवसर पर व्यक्त कर रहे थे. बिहार, बंगाल और हरियाणा के पूर्व राज्यपाल और यूपीएससी के पूर्व चेयरमैन डॉ. ए आर क़िदवाई को इंस्टीट्यूट ऑफ ऑब्जैक्टिव स्टडीज़ की जानिब से तीसरा आईओएस लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामिद अंसारी के हाथों दिया गया.
श्री अंसारी ने कहा कि डॉ. क़िदवाई की देश सेवाओं से पूरा देश परिचित है. यूपीएससी के चेयरमैन रहते हुए डॉ. क़िदवई ने कई भाषाओं में यूपीएससी परीक्षाओं  के आयोजन की शुरुआत करके एक महत्वपूर्ण काम किया. उनके इस काम से हज़ारों लाखों छात्रों को लाभ मिला. श्री अंसारी ने कहा कि यह अवार्ड सही व्यक्ति को दिया जा रहा है क्योंकि डॉ. क़िदवाई ही इसके असल हक़दार हैं. ग़ौरतलब है कि आईओएस की जानिब से एवार्ड उन हस्तियों और संस्थाओं को दिया जाता है जो धर्म और जाति से ऊपर उठकर देश की सेवा करते है. इससे पूर्व यह अवार्ड पूर्व चीफ जस्टिस, जस्टिस ए एम अहमदी और इमारते शरिया बिहार , झारखंड और उड़ीसा को दिया गया था. इस अवसर पर डॉ. ए आर क़िदवाई ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने जीवन में जो भी सफलता हासिल की वो जामिया की बुनियादी शिक्षा की वजह से ही है. उन्होंने कहा कि जामिया एक ऐसी संस्था है जिसने देश को बड़े बड़े विद्वान दिए हैं. डॉ. क़िदवाई ने आईओएस को धन्यवाद दिया और कहा कि यह मेरे लिए गर्व की बात है कि मुझे इस अवार्ड के लायक़ समझा गया. श्री क़िदवई ने देश में धर्म निरपेक्षता को बढ़ावा देने के लिए आईओएस के किरदार को महत्वपूर्ण क़रार दिया. उन्होंने इस बात पर प्रसन्नता जताई कि देश तेज़ी से विकास कर रहा है और वैश्विक स्तर पर आर्थिक ताक़त के रुप में उभर रहा है. देश के इस आर्थिक विकास को श्री क़िदवई ने पंडित नेहरु और डॉ. ज़ाकिर हुसैन के सपनों की ताबीर क़रार दिया.
समारोह के विशिष्ट अतिथि हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने डॉ. ए आर क़िदवई के उन विकास कार्यों का ज़िक्र किया जो उन्होंने हरियाणा में राज्यपाल के पद पर रहते हुए किए. श्री हुड्डा ने कहा कि डॉ. क़िदवाई ने देश के कई राज्यों में शिक्षा के फैलाव के लिए बहुत महत्वपूर्ण काम किए हैं. अल्पसंख्यक मामलों के केंद्रीय राज्य मंत्री सलमान ख़ुर्शीद ने कहा कि डॉ. क़िदवई के व्यक्तित्व से पूरा देश परिचित है और हम सब जानते हैं कि बिहार समेत कई राज्यों में उन्होंने कितने महत्वपूर्ण काम किए है. सांसद मौलाना असरारुल हक़ क़ासमी और ऑल इंडिया मिल्ली काउसिंल के अध्यक्ष मौलाना अब्दुल्ला मुग़ीसी ने भी इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त किए. आईओएस के चेयरमैन डॉ. मोहम्मद मंज़ूर आलम ने अवार्ड का परिचय कराया और बताया कि यह अवार्ड किसको और क्यों दिया जाता है. समारोह का संचालन आईओएस के जनरल सेकेट्री ज़ेड एम ख़ान ने किया. प्रोग्राम में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति पी के अब्दुल अज़ीज़ और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मोहसिना क़िदवई समेत देश की अहम सियासी और सामाजिक हस्तियों ने शिरकत की.

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