देश में रिश्वतखोरी आम समस्या है। इस बीच मध्य प्रदेश की बसपा विधायक राम बाई सिंह ने बताया कि घूस का क्या पैमाना होना चाहिए। बसपा विधायक राम बाई सिंह ने अपने एक बयान में कहा, ‘आटे में नमक बराबर रिश्वत चल सकती है।’ बता दें, राम बाई सिंह पथरिया विधानसभा सीट से बहुजन समाज पार्टी की विधायक हैं।

समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, बसपा की चर्चित विधायक राम बाई सिंह के पास सतऊआ गांव के कुछ लोग अधिकारियों की शिकायत लेकर पहुंचे थे। आरोप था कि प्रधानमंत्री आवास के नाम पर सहायक, सचिव हज़ारों रुपए वसूल रहे थे। इसी के बाद विधायक ने गांव में पहुंचकर जन चौपाल लगाई, जिसमें गांव वालों ने अधिकारियों के सामने ही उनकी शिकायत की। गांव वालों का आरोप था कि अधिकारियों द्वारा 5 से 10 हजार रुपए तक घूस ली जाती है।

रामबाई वही हैं जिनके पति पर हत्या का आरोप है। एक समय वे कमल नाथ सरकार पर दबाव बनाती रही थीं और सरकार बदलने के बाद उन्होंने शिवराज सरकार के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा को राखी बांधकर उन्हें अपना भाई बना लिया।

समय-समय पर अपने क्षेत्र के लोगों की समस्या के निराकरण के दौरान रामबाई के संवादों के वीडियो वायरल होते रहते हैं और ताजा वीडियो विधानसभा क्षेत्र के झागर बरधारी सतउआ के किसी घर के भीतर पीएम आवास योजना के हितग्राहियों के साथ दो कथित सरकारी कर्मचारी पंचायत सचिव और रोजगार सहायक को लेकर संवाद का है।

विधायक ग्रामीणों से प्रधानमंत्री आवास के आवंटन को लेकर जानकारी ले रही हैं जिसमें सरकारी कर्मचारियों द्वारा ली जा रही रिश्वत के आरोप लगाए जा रहे हैं।

ग्रामीणों ने जब विधायक को सरकारी कर्मचारियों के सामने उनसे नौ हजार रुपए तक की राशि लिए जाने के आरोप लगाए तो विधायक ने उन्हें यह नहीं कहा कि हितग्राहियों से राशि क्यों ली बल्कि यह कहा कि मजदूरों से इतनी राशि क्यों ली। हजार रुपए पर उन्हें ने कोई आपत्ति नहीं लेकिन तीन हजार, चार हजार से लेकर नौ हजार तक की राशि लिए जाने पर कहा कि वे जानती हैं कि प्रदेश में अंधेर नगरी चौपट राजा चल रहा है।

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