नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2019 के पहले कांग्रेस ने अपना मेनिफेस्टो जारी कर दिया है. कांग्रेस के इस मेनिफेस्टो में मोदी सरकार की न सिर्फ जमकर आलोचना की गई है बल्कि कांग्रेस ने अपनी सरकार के सत्ता में आने के बाद के फायदे भी गिनाए गए हैं. जिसके जवाब में अब बीजेपी ने कांग्रेस पर पलटवार किया है.

कांग्रेस के इस घोषणा पत्र जारी करने के साथ ही कांग्रेस ने पांच बड़े लोकलुभावन वादे किए हैं. इसके अलावा 10 अहम बातें भी कहीं हैं. इन सब के बारे में हम आपको कांग्रेस घोषणा पत्र वाले आर्टिकल में बता चुके हैं. वित्त मंत्री अरुण जेटली ने पलटवार करते हुए कहा है, कि कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र में जम्मू कश्मीर के लिए पूरा एक पन्ना लिखा है लेकिन कश्मीरी पंडितों का एक बार भी जिक्र नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के सेकुलरिज्म में कश्मीरी पंडितों के लिए आंसू नहीं है. कांग्रेस कश्मीर पार्टी में सेना को कमजोर कर पत्थरबाजों को मजबूत करना चाहती है.

वहीं दूसरी तरफ अरुण जेटली ने न्याय योजना के बारे में भी कहा उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जिस न्याय योजना की बात कर रहे हैं. कांग्रेस पार्टी न्याय के जरिये लोगों को भरमा रही है क्योंकि इसमें साफ नहीं किया गया है कि न्याय योजना के लिए सरकार बजट कांग्रेस कहां से लाएगी? जेटली ने कहा कि जीएसटी में एक तरह का टैक्स लगाना गलत कदम है. जेटली ने कहा है ऐसा लगता है कि कांग्रेस के घोषणा पत्र को राहुल गांधी से ज्यादा बार मैंने पढ़ा है.

इस घोषणा पत्र के जरिए कांग्रेस राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए नई नीति लाने की बात कर रही है. लेकिन कांग्रेस का मकसद बेहद कमजोर है. वहीं दूसरी तरफ अरुण जेटली ने यह भी कहा कि जिस तरह से कांग्रेस ने कश्मीर की बात की है. क्या कांग्रेस प्री 53 कश्मीर की बात कर रही है? जब वहां पर भारतीय संविधान लागू नहीं होता था. भारत के अन्य हिस्से से वहां जाने वाले लोगों को एक परमिट लगता था. सुप्रीम कोर्ट का फैसला वहां नहीं मान्य किया जाता था. क्या उस समय के एरा में कांग्रेस वापस जाना चाहता है?

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