छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रमुख अजीत जोगी का निधन हो गया है. उनके बेटे अमित जोगी ने इसकी जानकारी दी है. अजीत जोगी पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे और कोमा में थे. शनिवार (9 मई) को उन्हें कार्डियक अरेस्ट के बाद इलाज के लिए रायपुर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

पिछले कई दिनों से नाजुक थी हालत

अजीत जोगी की तबीयत अचानक खराब होने और उन्हें कार्डियक अरेस्ट आने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. हॉस्पिटल से जारी हेल्थ बुलेटिन में बताया गया था कि, “अजीत जोगी अभी भी कोमा में हैं और उनकी हालत ठीक नहीं है. उनके शरीर में दवाई का असर कैसा हो रहा है ये 48 घंटे में पता चल पाएगा. उन्हें सांस लेने की तकलीफ के बाद वेंटिलेटर पर रखा गया है.” इसके बाद से ही उनकी हालत काफी नाजुक बनी हुई थी. जिसके बाद शुक्रवार 29 मई को उन्होंने दम तोड़ दिया.

नेताओं ने जताया दुख

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी अजीत जोगी के निधन पर दुख जताया. उन्होंने ट्विटर पर लिखा,

शिवराज सिंह चौहान “छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री श्री अजीत जोगी जी के निधन से दुःखी हूं. मैं उनके चरणों में श्रद्धासुमन अर्पित करता हूं. मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिवार के साथ हैं. ईश्वर दिवंगत आत्मा को शांति दे और इस कठिन घड़ी में उनके परिजनों को संबल प्रदान करें.”

पहले सीएम रहे थे जोगी

अजीत जोगी का पूरा नाम अजीत प्रमोद कुमार जोगी है. वह छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री रह चुके हैं. वे कांग्रेस के प्रमुख नेता भी रह चुके हैं. अजीत जोगी का जन्म बिलासपुर के पेंड्रा में हुआ था. उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई की बाद में वह पहले भारतीय पुलिस सेवा और फिर भारतीय प्रशासनिक की नौकरी की, बाद मध्यप्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के सुझाव पर राजनीति में आये.

वे विधायक और सांसद भी रह चुके हैं. 1 नवंबर 2000 को जब छत्तीसगढ़ राज्य बना तो वह यहां के पहले मुख्यमंत्री बनाए गए.

अजीत जोगी 2000 से 2003 के बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रहें. इससे पहले वे 1986 से 1998 के बीच दो बार राज्‍य सभा के सांसद चुने गए. वहीं, 1998 में वे रायगढ़ से लोकसभा सांसद चुने गए. 2004 से 2008 के बीच भी वे लोकसभा के सांसद रहे थे. कांग्रेस से अलग होने के बाद उन्होंने छ्त्तीसगढ़ जनता कांग्रेस नाम से अपनी अलग पार्टी बनाई.

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