आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने का विषय दिन-ब-दिन बड़ा मुद्दा बनता जा रहा है. इस मुद्दे पर संसद में हंगामे के बाद अब आंध्र के सांसद इस्तीफा देने लगे हैं. इस मांग को लेकर वाईएसआर कांग्रेस के 5 सांसदों ने लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को इस्तीफा सौंप दिया है. इन सांसदों ने 4 दिन पहले ही अपने इस्तीफे का एलान कर दिया था. वाईएसआर कांग्रेस की तरफ से सोमवार को कहा गया था कि आंध्र प्रदेश को अगर विशेष दर्जा नहीं मिलता है, तो वे सत्र के आखिरी दिन इस्तीफा दे देंगे. हालांकि इन सांसदों का इस्तीफा अभी स्वीकार नहीं किया गया है.
गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश से जुड़ी दोनों क्षेत्रीय पार्टियां सत्ताधारी तेलगुदेशम पार्टी (टीडीपी) और विपक्षी दल वायएसआर कांग्रेस आंध्र के विशेष दर्जे की मांग को लेकर संसद के बाहर लगातार प्रदर्शन कर रही हैं. इन दोनों पार्टिर्यों ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस भी दिया था. इसी मुद्दे पर एनडीए की सहयोगी रही टीडीपी ने अपना गठबंधन तोड़ लिया था. टीडीपी सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रही थी.
बजट सत्र के दूसरे चरण में जिन मुद्दों पर हंगामों की वजह से सदन नहीं चल सका, उसमें आंध्र को विशेष दर्जे का मुद्दा सबसे बड़ा था. इस मुद्दे पर दोनों दलों के सांसद शुरू से विरोध करते रहे. गुरुवार को टीडीपी सांसद सदन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही धरने पर बैठ गए थे. राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भी उन्होंने सदन से बाहर निकलने से मना कर दिया, उसके बाद मार्शल की मदद से उन्हें बाहर निकाला गया. धरने पर बैठने वाले सांसद एमपी थोटा सीतारामा लक्ष्मी और सीएम रमेश का मेडिकल चेकअप भी कराना पड़ा था, वहीं सांसद मुत्तमशेट्टी राव को हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा था.