विकास कार्यों की समीक्षा की शुरुआत नीतीश कुमार ने पश्चिम चम्पारण के पतिलार गांव से की. यहां वे लोगों से रूबरू हुए और स्थानीय हरिहर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 122 करोड़ की विकास योजनाओं का शुभारंभ किया. यहां सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने याद दिलाया कि 2009 में वे इसी गांव में ठहरे थे. उन्होंने कहा कि मैंने यहां दो पुलों का शिलान्यास किया था, जो आज बन कर तैयार हो गए हैं. इसी तरह पांच अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालयों का भी शिलान्यास किया था, जिनमें से चार बन गए हैं और एक फरवरी 2018 तक हर हाल में तैयार हो जाएगा.

nitishबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सात निश्चय के तहत विकास कार्यों की समीक्षा यात्रा की शुरुआत चम्पारण से की. 12 दिसम्बर से शुरू हुई विकास समीक्षा यात्रा के दौरान नीतीश कुमार को इन सभी 19 गांवों का भ्रमण करना था, जहां 2009 में वे विकास यात्रा के दौरान गए थे और विभिन्न योजनाओं की घोषणा की थी, लेकिन इस यात्रा का पहला चरण ही पूरा हो सका. प्रकाश पर्व के शुकराना समारोह की तैयारियों के कारण समीक्षा यात्रा का दूसरा चरण स्थगित कर दिया गया. पहले चरण की समीक्षा यात्रा में नीतीश कुमार को प्रशासन ने वही दिखाया, जो वे चाहते थे या यूं कहें कि सात निश्चय की योजनाओं को वहीं पर क्रियान्वित किया गया था, जहां नीतीश कुमार को जाना था. कई जगह इन्हें सख्त विरोध का भी सामना करना पड़ा.

विकास कार्यों की समीक्षा की शुरुआत नीतीश कुमार ने पश्चिम चम्पारण के पतिलार गांव से की. यहां वे लोगों से रूबरू हुए और स्थानीय हरिहर उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 122 करोड़ की विकास योजनाओं का शुभारंभ किया. यहां सभा को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने याद दिलाया कि 2009 में वे इसी गांव में ठहरे थे. उन्होंने कहा कि मैंने यहां दो पुलों का शिलान्यास किया था, जो आज बन कर तैयार हो गए हैं. इसी तरह पांच अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालयों का भी शिलान्यास किया था, जिनमें से चार बन गए हैं और एक फरवरी 2018 तक हर हाल में तैयार हो जाएगा.

इस सभा में मुख्यमंत्री को लोगों के विरोध का भी सामना करना पड़ा. गंडक पार के कई पंचायतों के लोगों ने पोस्टर के माध्यम से सीएम को 5-5 डिसमिल जमीन देने के वादे को याद दिलाया. इस मौके पर अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री खुर्शीद उर्फ फिरोज अहमद, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण मंत्री मदन सहनी, वाल्मीकिनगर के सांसद सतीशचंद्र दूबे, विधायक राघव शरण पांडेय, भागीरथी देवी, धीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ रिंकू सिंह, विधान पार्षद लालबाबू प्रसाद आदि मौजूद थे. बेतिया भ्रमण के बाद रात्री विश्राम के लिए मुख्यमंत्री मोतिहारी पहुंचे.

अगले साल तक हर घर में होगी बिजली

मुख्यमंत्री 13 दिसम्बर को पूर्वी चम्पारण के तुरकौलिया प्रखंड के चरगांहा पंचायत के सेमरा परशुरामपुर पहुंचे. नीतीश कुमार ने यहां विकास कार्यों की समीक्षा की और हर घर जल योजना का शुभारंभ किया. लोहिया स्वच्छता अभियान के तहत वार्ड-8 के हर घर में शौचालय देखकर सीएम संतुष्ट हुए और कहा कि सूबे का हर वार्ड इसी तरह का होना चाहिए. मुख्यमंत्री ने परशुरामपुर में नवनिर्मित स्टेडियम का उद्घाटन किया और गांव के खिलाड़ियों के बीच स्पोर्टस कीट्‌स का वितरण किया. यहां से हेलिकॉप्टर द्वारा वे बलवा गांव पहुंचे. बेलवा जाने के क्रम में सीएम को कुछ ग्रामीणों के विरोध का भी सामना करना पड़ा.

एक पुल की मांग को लेकर ग्रामीण सीएम से मिलना चाहते थे. नीतीश ने बेलवा के सामुदायिक भवन प्रांगण में पीपल का पौधा लगाया. यहां सीएम ने वार्ड 10 स्थित आंगनबाड़ी केंद्र के नए भवन के शिलापट्‌ट का अनावरण किया और वार्ड 9 में नाली और गली निर्माण की योजनाओं के शिलापट्‌ट का अनावरण कर उद्घाटन किया. मुख्यमंत्री ने गांव के ही दारोगा पांडेय के घर तिलकुट के साथ नए धान का चूड़ा खाया. 2009 में भी नीतीश कुमार ने दारोगा पांडेय का आतिथ्य स्वीकार किया था और दही चूड़ा खाया था.

यहीं पर रामरती देवी से भी इन्होंने मुलाकात की और शराबबंदी, दहेजबंदी व बाल विवाह के बारे में चलाए जा रहे अभियान की चर्चा की. सीएम से गांव की सुमित्रा व किसुनिया देवी भी मिलीं और बताया कि शराबबंदी से कई परिवार उजड़ने से बच गए हैं. यहां ग्रामीणों ने सीएम से ये शिकायत भी की कि कई लोग चोरी छुपे शराब बेच रहे हैं. बेलवा गांव के पास ही एनएच के किनारे खेत में बनाए गए सभा स्थल पर नीतीश कुमार ने एक जनसभा को संबोधित किया.

उन्होंने विकास कार्यों पर लिखे गए एक पुस्तक का विमोचन भी किया. मंच से ही रिमोट द्वारा नीतीश कुमार ने 296 करोड़ रुपए की 294 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया. अपने संबोधन में नीतीश कुमार ने कहा कि सात निश्चय की योजनाएं जैसे स्वच्छता, शुद्ध पेयजल, घरों की जलनिकासी के लिए नाली, साफ गलियां, बिजली, छात्रो के लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड, युवाओ को रोजगार आदि सीधे तौर पर ग्रामीण विकास से जुड़ी हुई हैं. इनका क्रियान्वयन गांव स्तर पर कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि 9 साल पहले जब यहां आए थे तो तंबू में रात गुजारी थी. सीएम ने कहा कि इस माह के अंत तक सूबे के हर गांव में बिजली पहुंच जाएगी और अगले साल तक हर घर में बिजली का कनेक्शन होगा.

शराबबंदी से खुशहाली आई

नीतीश कुमार ने कहा कि हमने महिलाओं की मांग पर ही शराबबंदी की, जिससे आज पूरा बिहार खुशहाल है और पारिवारिक हिंसा बंद हो चुकी है. अब हम दहेज प्रथा एवं बाल विवाह जैसी कुरीति को दूर करने के लिए अभियान चला रहे है. इसके तहत 21 जनवरी को पूरे बिहार में बड़ी मानव श्रृंखला बनेगी. यह पिछले साल की शराबबंदी वाली मानव श्रृंखला से बड़ी होगी, जिसमें चार करोड़ लोगों ने भाग लिया था. महिलाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आप शराब पीने एवं कारोबार करने वालों पर नजर रखें.

अब बिजली के प्रत्येक खंभे पर पुलिस एवं उत्पाद विभाग के अधिकारी का नंबर अंकित रहेगा. उन्होंने कहा कि हम पटना में एडीजी के नेतृत्व में एक अलग विभाग गठित करने जा रहे हैं, जो इसपर नजर रखेगा. कम उम्र में विवाह से होने वाली हानि को समझाते हुए उन्होंने बताया कि 18 से कम उम्र में लड़कियों की शादी कतई नहीं करें और जो परिवार दहेज लेकर शादी करता है, उसमें शामिल नहीं हों. अपने भाषण के दौरान हो-हल्ला कर रहे कुछ लोगों को सीएम ने मंच से ही डांट लगाई.

पीपरा विधायक श्याम बाबू यादव की मांग पर उन्होंने मेहसी प्रखंड के सेमराघाट के पास बूढ़ी गंडक पर पुल बनाने की घोषणा की एवं अन्य मांगो पर विचार करने को कहा. सीएम ने कहा कि मेरा चम्पारण से काफी लगाव है. बापू 1917 में यहां आए थे और निलहों से किसानों को मुक्ति दिलाई थी. इसलिए मैं अपनी सभी यात्रा चम्पारण से ही शुरू करता हूं. अभी चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष चल रहा है. हमने पटना में पूरे देश के गांधीवादियों को बुलाकर एक बड़ा कार्यक्रम कराया था. नीतीश ने कहा कि वे न्याय के साथ विकास के मार्ग पर चलते रहेंगे.

प्रभारी मंत्री विनोद नारायण झा ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुवाई में समाजिक कुरीतियों के विरूद्ध चल रहे अभियान में महिलाओं की बड़ी भागीदारी है. उन्होंने कहा कि मैं इस बात के लिए गौरवान्वित हूं कि मुझे चम्पारण का प्रभारी मंत्री बनाया गया. अपने विभाग के कार्यों के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 तक 999 जलमिनारों का उद्घाटन हो जाएगा एवं 1 हजार छोटी जलापूर्ति योजनाएं भी 2018 के दिसम्बर तक पूरी हो जाएंगी और हम हर घर तक शुद्ध जल पहुंचा देंगे.

पयर्टन मंत्री प्रमोद कुमार ने अपने भाषण के दौरान केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि चम्पारण सत्याग्रह शताब्दी के लिए केन्द्र से 44 करोड़ रुपए दिलाने के अलावा मोतीझील के विकास के लिए भी 21 करोड़ रुपए उपलब्ध कराए गए हैं. सहकारिता मंत्री राणा रणधीर ने मुख्यमंत्री के द्वारा समाजिक कुरीतियो के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान की जमकर प्रशंसा की.

मौके पर मंत्री प्रमोद कुमार और राणा रणधीर सिंह ने केन्द्रीय विश्वविद्यालय के भूमि अधिग्रहण के लिए प्रस्तावित गांव फुर्सतपुर और बैरिया के एमवीआर का तीन वर्षों से पुर्नमूल्यांकन नहीं किए जाने और पेरिफेरल ऐरिया में शामिल नहीं किए जाने की जानकारी मुख्यमंत्री को दी और ग्रामीणों का आवेदन भी सौंपा. इस मौके पर विधान पार्षद सतीश कुमार, वीरेंद्र नारायण यादव, राजेश कुमार उर्फ बबलू गुप्ता, मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह, डीजीपी पीके ठाकुर, ग्रामीण कार्य विभाग के सचिव विनय कुमार, मनीष कुमार, अतीश चंद्रा, आयुक्त एचआर श्रीनिवासन, ऊर्जा विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, पंकज कुमार, अरविंद चौधरी, बाला डी मुरगन, जोनल आईजी सुनील कुमार, डीआईजी अनिल कुमार सिंह, जिलाधिकारी रमण कुमार, एसपी उपेंद्र कुमार शर्मा, पूर्व विधायक महेश्वर सिंह आदि मौजूद थे.

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