वाशिंगटन में सोमवार को पाकिस्तान एम्बेसी के सामने लोग हाथ में जूते और चप्पल लेकर पहुंच गए. लोग चप्पल चोर पाकिस्तान के नारे लगा रहे थे. इस दौरान उन्होंने एक ह्यूमन चेन भी बनाई. पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव के समर्थन में ये लोग जमा हुए थे. जब जाधव की पत्नी और मां पिछले महीने पाकिस्तान गई थीं, जो पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के अधिकारियों ने उनकी जूतियां उतरवाकर रख ली थीं. अफसरों को उनकी जूतियों में जासूसी के कुछ उपकरण छिपे होने का शक था.

इस प्रोटेस्ट का नेतृत्व अमेरिकन फ्रेंड्स ऑफ बलूचिस्तान ने किया था. संगठन के प्रमुख अहमर मुस्तकीन ने कहा कि   पाकिस्तान ने जाधव की पत्नी और मां से जो सलूक किया, उसे क्या कहा जाए. वो चप्पल चोर पाकिस्तान नहीं तो और क्या है? एक प्रदर्शनकारी ने कहा कि पाकिस्तान एक परेशान महिला की चप्पल भी चुरा सकता है, इसलिए हम उसे चप्पल देने आए हैं.

पाकिस्तान एम्बेसी के बाहर विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बैनर पर लिखा था, चप्पल चोर पाकिस्तान और पाकिस्तान को जूतों का दान देने की जरूरत है. विरोध-प्रदर्शन करने वालों ने जूतों के कई जोड़े पाकिस्तान दूतावास के बाहर रख दिए. लोगों का कहना था कि अब पाकिस्तान को केवल जूतों और चप्पलों की ही जरूरत है. मुस्तकीन ने कहा कि पाकिस्तान, अमेरिका से पैसे लेता है और उन्हें आतंकियों पर खर्च करता है. गौरतलब है कि पाकिस्तान की मंजूरी मिलने के बाद 25 दिसंबर को जाधव की पत्नी चेतना और मां अवंतिका उनसे मिलने पाकिस्तान गई थीं.

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