अपनी ही पार्टी पर लगातार सवाल करने वाले शॉटगन ने एकबार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से तीखा सवाल किया है, भारत-पाकिस्तान के बीच जारी तनातनी को लेकर बीजपी के शॉटगन शुत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम नरेंद्र मोदी से सवाल पूछे हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री और सिने स्टार शत्रुघ्न सिन्हा ने ट्वीट कर लिखा है- नरेंद्र मोदी जी ये क्या से क्या हो गया ,और वो भी 24 घंटे के अंदर, पूरा देश आपकी तरफ देखा रहा है, आपके नेतृत्व और आपके दिशा- निर्देश काफी महत्वपूर्ण हैं और इस संकट की घड़ी में हम आपके साथ भी हैं, लेकिन हम भौंचक्के रह गए है कि इस बहादुरी के बाद भी. पाकिस्तानी फौज के कब्जें में गए पायलट अभिनंदन को आप जल्द से जल्द सकुशल वापस लाएं.


आपको बता दें कि पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई के दौरान पायलट अभिनंदन को वहां की सेना ने अपने कब्जे में ले लिया है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता रवीश कुमार ने बुधवार को दिन में जानकारी दी थी कि पाकिस्‍तानी विमानों से एंगेजमेंट के दौरान एक मिग-21 बाइसन लड़ाकू विमान क्रैश हो गया था और इसके चलते एक पायलट लापता हो गया था, जिसका नाम अभिनंदन बताया गया था. वहीं, बुधवार को भारतीय सीमा में घुसे पाकिस्तान एयरफोर्स के विमान F-16 को भारतीय जवानों ने जवाबी कार्रवाई में मार गिराया था. खैबर पख्तूनख्वां स्थित बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी कैंप पर भारतीय वायु सेना के हमले के बाद दोनों पड़ोसी मुल्कों में तनाव चरम पर है. इस बीच सरकारी सूत्रों के अनुसार खबर आ रही है कि पाकिस्तान ने जैश ए मोहम्मद के खिलाफ कार्रवाई की है और भारतीय पायलट अभिनंदन को जल्दी ही भारत भेजा जा सकता है.


आपको बता दें कि आज ही मसूद अजहर को भी यूएन की ब्लैक लिस्ट में डाले जाने को लेकर प्रस्ताव किया गया है, पुलवामा आतंकी हमले के बाद लगातार भारत आतंक के खिलाफ अपनी लड़ाई लड़ रहा है. भारत की तरफ से मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कराने और उसके संगठन जैश ए मोहम्मद पर बैन की वकालत को अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन का साथ मिला है. तीनों शक्तिशाली देशों ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र में एक नया प्रस्ताव पेश किया. इस ब्लैकलिस्ट सूचि में नाम आने के बाद मौलाना मसूद अज़हर पर वैश्विक यात्रा प्रतिबंध लग जाएगा और साथ ही उसकी संपत्ति जब्त हो जाएगी. 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में यह प्रस्ताव रखा गया है. प्रस्ताव में पुलवामा हमले का जिक्र है. तीन देशों की ओर से पेश इस नए प्रस्ताव पर सुरक्षा परिषद प्रतिबंध समिति को 10 कामकाजी दिन में विचार करना होगा.

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