पणजी: गोवा की सियासत में मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद बीजेपी सरकार पर संकट मंडराने लगा है. बीजेपी के सामने अब पर्रिकर की जगह नए नेता की तलाश की चुनौती पैदा हो गई  है, क्योंकि कांग्रेस पहले ही राज्यपाल को पत्र लिखकर सरकार बनाने का दावा पेश कर चुकी है.
इसको देखते हुए रविवार रात को ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी गोवा पहुंच गए और पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं. वहीं, रविवार रात नितिन गडकरी के साथ महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी (MGP) के नेता सुदिन धवलीकर ने भी बैठक की.
धवलीकर ने कहा कि वो अपनी पार्टी के साथ बैठक करने के बाद बताएंगे कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार कौन होगा?
गोवा के मुख्यमंत्री पर्रिकर का रविवार को 63 वर्ष की आयु में निधन हो गया, वह लंबे वक्त से पैन्क्रियाटिक कैंसर से ग्रसित थे. वह गोवा में एक गठबंधन सरकार है, जिसमें बीजेपी, गोवा फॉरवर्ड पार्टी, एमजीपी और निर्दलीय विधायक शामिल हैं. पर्रिकर के निधन के बाद कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही दल बैठकें मौजूदा हालात पर मंथन में जुट गए हैं.
राज्यपाल के पास दावा
पणजी विधानसभा सीट का प्रतिनिधित्व करने वाले पर्रिकर के निधन के बाद इस सीट पर उपचुनाव कराने की जरुरत होगी. राज्य विधायी विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “मुख्यमंत्री पर्रिकर के निधन के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन को अपना नेता चुनने के बाद राज्यपाल के समक्ष दावा पेश करना होगा, इसमें समर्थन का पत्र भी होगा.’उन्होंने कहा, ‘अगर राज्यपाल मृदुला सिन्हा आश्वस्त नहीं होती हैं तो उन्हें सरकार बनाने के लिए अकेली सबसे बड़ी पार्टी को आमंत्रित करना होगा.’
40 विधानसभा सीटों वाली गोवा में 14 विधायकों के साथ कांग्रेस सबसे बाड़ी पार्टी है और बीजेपी के पास 13 विधायक कुलमिलकर गोवा में मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद सियासी संकट गहरा गया है.
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