सावन का आज पहला सोमवार है और बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में लोग उन्हें जल चढ़ाने के लिए सुबह से लाइन लगाए हुए हैं। आल्हा के उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा नहीं हो रही है इसलिए पिछले साल जितनी भीड़ नहीं है, लेकिन फिर भी लोग दर्शन करने के लिए और बाबा को जल चढ़ाने के लिए आ रहे हैं। मंदिर में गर्भ ग्रह में प्रवेश की इजाजत नहीं है, झांकी दर्शन हो रहा है और माइक से कोबिट प्रोटोकॉल के एहतियात भी बताई जा रही हैं, लेकिन फिर भी कुछ लोग बिना मास्क के घूम रहे हैं. वहीं दिल्ली के मंदिरों में लोग सुबह से ही जल चढ़ाने के लिए पहुंच गए हैं। वहीं मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल मंदिर में भी श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए पहुंचे।

महाकाल में शीघ्र दर्शन के काउंटर बंद
26 जुलाई, 02 अगस्त, 09 अगस्त, 16 अगस्त, 23 अगस्त, 30 अगस्त और 06 सितंबर को महाकाल के दर्शन सुबह 6 बजे से 11 बजे तक प्री-बुकिंग से ही होंगे। इस अवधि में 250 रुपए वाले शीघ्र दर्शन के काउंटर बंद रहेंगे।

खंडवा: भगवान ओंकार की सवारी निकलेगी
सावन के चारों रविवार और चारों सोमवार को टोकन बुकिंग के माध्यम से ही भक्त ज्योतिर्लिंग मंदिर में प्रवेश दिया गया। भगवान ओंकार की पहली सवारी आज निकलेगी। सावन के दूसरे सोमवार को ओंकार भगवान का महा शृंगार किया जाएगा। तीसरे सोमवार को 251 लीटर पंचामृत से कोटितीर्थ घाट पर वैदिक विद्वानों की उपस्थिति में महाभिषेक होगा। सावन के चौथे सोमवार को ओंकार जी की पालकी कोटितीर्थ घाट से नौका विहार करके ओंकार घाट पहुंचेगी। वहां से मुख्य बाजार से होते हुए ज्योतिर्लिंग मंदिर में यात्रा का समापन होगा।

मंदसौर: पशुपतिनाथ के दर्शन बाहर से
कोरोना के चलते पशुपतिनाथ मंदिर में इस साल भी धार्मिक आयोजन नहीं होंगे। भक्त गर्भगृह के बाहर से ही दर्शन कर रहे हैं। एक समय में 5-10 लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा है। भगवान की पूजा और अभिषेक मंदिर के पुजारी कर रहे हैं। जलाभिषेक की व्यवस्था बंद है। भोग प्रसादी मंदिर प्रबंधन की ओर से किया जा रहा है। भक्तों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है।

सावन का पहला सोमवार हिंदुओं के लिए काफी महत्व रखता है। सावन के महीने में बहुत से शिव भक्त सोमवार का व्रत करते हैं, ऐसी मान्यता है कि सावन के पहले सोमवार में व्रत रखने से भगवान शिव की भक्ति जीवन में समृद्धि और खुशी सुनिश्चित करते हैं। श्रावण का महीना भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सबसे शुभ महीना माना जाता है। हिंदी पंचांग के अनुसार, आषाढ़ के महीने के बाद सावन का माह आता है। हिंदू कैलेंडर के अनुसार 24 जुलाई, 2021 को समाप्त था। जिसके बाद श्रावण का महीना 25 जुलाई से शुरू हो चुका है। बता दें, आज सावन का पहला सोमवार (26 जुलाई) वहीं सावन का आखिरी सोमवार 16 अगस्त को होगा।

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