१)विजय माल्या
2)मेहुल चौकसी
3) नीरव मोदी
4) निशान मोदी
५) पुष्पेश बैद्य
6) आशीष जोबनपुत्र
7) सनी कालरा
8) आरती कालरा
9) संजय कालरा
१०) वर्षा कालरा
11) सुधीर कालरा
12) जतिन मेहता
13) उमेश पारिख
14) कमलेश पारिख
15) नीलेश पारिख
16) विनय मित्तल
17) एकलव्य गर्ग
18) चेतन जयंतीलाल
19) नितिन जयंतीलाल
20) दीप्ति चेतन
21) साविया सेठ
22) राजीव गोयल
23) अलका गोयल
24) ललित मोदी
25) रितेश जैन
26) हितेश नागेंद्रभाई पटेल
27) मयूरीबेन पटेल
28) आशीष सुरेश भाई

लूटी गई कुल राशि रु.10,000,000,000,000/- है
(दस ट्रिलियन रुपये है)

कुछ खास –

इनमें से कोई भी मुसलमान नहीं है,
इनमें से कोई भी खालिस्तानी नहीं है,
इनमें से कोई भी सिख नहीं है, इनमें से कोई जाट, किसान मजदूर कामगार नहीं,
इनमें से कोई भी तथाकथित अर्बन नक्सल नहीं है,
इनमें से कोई भी ओबीसी/एससी/एसटी से नहीं है,
इनमें से कोइ हरयाणा पंजाब उत्तरप्रदेश राजस्थान से नहीं

विजय माल्या को छोड़कर बाकी सब गुजरात के हैं!
जनता को यह सवाल खुद से पूछने की जरूरत है।।

*ये निजी कम्पनियो के मलिक थे और सरकार निजी कम्पनियो के हाथ में किसानों के खेत देना चाहती है खेत बचाओ किसान बचाओ।

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