पाकिस्तान जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से उनकी मां और पत्नी की मुलाकात हुई. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय में यह मुलाकात हुई. मीटिंग का समय आधे से एक घंटे के बीच रखा गया था, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग भी कराई गई. मुलाकात के दौरान इस्लामाबाद में भारत के डिप्टी हाई कमिश्‍नर जेपी सिंह भी मौजूद थे.

जानकारी मिली कि पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने जाधव की पत्नी ओर मां को मीडिया से बातचीत करने की इजाजत दी थी, लेकिन भारत ऐसा नहीं चाहता था. पाकिस्तान के एक अधिकारी ने कहा कि हम मीडिया से कुछ भी नहीं छिपाना चाहते थे. लेकिन इस संदर्भ में फैसला भारत को करना था.

जाधव इंडियन नेवी के एक रिटायर्ड अफसर हैं. पाक का कहना है कि जाधव को बलूचिस्तान से अरेस्ट किया गया था. पाकिस्तान में अशांति फैलाने और जासूसी के आरोप में जाधव को फांसी की सजा सुनाई गई है. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय कोर्ट ने फांसी पर रोक लगा रखी है. यह अफवाह तेजी से फैली थी कि 25 दिसंबर की मुलाकात के बाद जाधव को फांसी दी जा सकती है. यहां तक कि पाकिस्तान में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने बयान जारी कर कहा कि जाधव को जल्द फांसी दिए जाने का कोई खतरा नहीं है. हमने मानवता के आधार पर जाधव के परिजनों से मुलाकात को अनुमति दी है. फिलहाल जाधव की दया याचिका पेंडिंग है.

पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इस मुलाकात को कॉन्स्यूलर एक्सेस बताया था. इस बयान के तुरंत बाद विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने खारिज कर दिया. बयान में बताया गया कि मुलाकात के दौरान इस्लामाबाद में भारत के डिप्टी हाई कमिश्‍नर मौजूद रहेंगे. लेकिन जेपी सिंह उनसे बातचीत नहीं कर सकेंगे. ये कॉन्स्यूलर एक्सेस तभी कहा जा सकता है कि पाकिस्तान भारतीय अधिकारियों को जाधव से बातचीत की इजाजत देती और मुलाकात की शर्तें भी तय होतीं. लेकिन इस मामले में ऐसा नहीं हो रहा है.

 

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