अधिकारियों की फर्जी आईडी बनाकर बना रहे निशाना

ई-मेल फ्रॉड, फर्जी कॉल्स, एसएमएस और लॉटरी के नाम पर लूट करने वालों ने अब ठगी का नया तरीका इजाद किया है। सरकारी महकमों में आला ओहदों पर बैठे अफसरों के नाम से फर्जी कॉल्स कर उनसे ठगी करने का सिलसिला अभी थमा ही नहीं है, ऐसे में अब सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर नकली आईडी बनाकर अफसरों के नाम से लोगों से धोखाधड़ी करने का गोरखधंधा शुरू हो गया है। ऐसे लोगों द्वारा किसी भी अधिकारी के नाम की फर्जी आईडी बनाई जा रही है और बाद में अधिकारी की वास्तविक आईडी से ही कान्टेक्ट चोरी कर उनको फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी जा रही है। अपने कान्टेक्ट और महकमे से जुड़े लोगों द्वारा इस तरह की शिकायत मिलने के बाद अधिकारी सतर्क भी हुए हैं और उन्होंने इस मामले में एहतियाती कार्यवाही करने की शुरूआत भी कर दी है।

भारत सरकार वस्त्र मंत्रालय के स्थानीय कार्यालय के सहायक निदेशक अर्चित सहारे के साथ ताजा मामला हुआ है। फेसबुक पर उनकी आईडी से जुड़े कई लोगों को उनके नाम से दोबारा फे्रंड रिक्वेस्ट मिली हैं। जानकारी मिलने पर उन्होंने इस बात की तस्दीक की तो पता चला कि कोई और व्यक्ति उनके नाम से आईडी संचालित कर लोगों को मित्रता आमंत्रण भेज रहा है। सहारे ने इस बात को लेकर अपनी वास्तविक आईडी पर इस तरह के फर्जी आईडी तैयार होने की बात शेयर की है। साथ ही उन्होंने अपनी फे्रंड लिस्ट में जुड़े लोगों से रिक्वेस्ट की है कि इस तरह के फ्रॉड लोगों से होशियार रहें। सहारे द्वारा फेसबुक पर इस बारे में जानकारी दिए जाने के बाद बड़ी तादाद में लोगों ने कमेंट्स करते हुए कहा है कि उन्हें भी अर्चित सहारे की फर्जी आईडी से फे्रंड रिक्वेस्ट प्राप्त हुई है। कुछ ने सहारे को इस धोखे से होशियार रहने की सलाह दी है तो किसी ने इस तरह के धोखेबाजों को कोसते हुए बिगड़े हालात पर अफसोस जताया है।

फर्जी आईडी के आगे की कहानी

सूत्रों का कहना है कि शातिर ठगों द्वारा आला अफसरों की फर्जी आईडी बनाकर उनके नाम से लोगों से तरह-तरह की जालसाजियां की जा रही हैं। अधिकारी से जुड़े लोगों को इस बात का अहसास रहता है कि वे संबंधित अधिकारी से बात कर रहे हैं, लेकिन उनके स्थान पर फर्जी लोग कई तरह के प्रलोभन देकर या कभी मजबूरी बताकर आर्थिक लेनदेन के ऑफर रख देते हैं। अधिकारियों के नाम से सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने से लेकर उनकी ट्रांसफर, पोस्टिंग और अन्य विभागीय काम कर दिए जाने के बदले भी रकम ठगे जाने के कई किस्से हो चुके हैं।

सहारे के नाम से पहुंचे कॉल

सहायक निदेशक अर्चित सहारे बताते हैं कि उनके नाम से फर्जी आईडी बनाने के बाद कई लोगों के पास शातिर ठग द्वारा कॉल पहुंचे हैं। इस दौरान उसने लोगों से विभिन्न सरकारी योजनाओं का फायदा दिलाने, प्रोजेक्ट सेंक्शन करवाने और विभाग से रुके कुछ कामों को करवाने के बदले पैसों की मांग की है। इस दौरान कुछ लोगों को अपनी परेशानी का हवाला देते हुए मदद के नाम पर भी रकम भेजने की गुजारिश की गई है। इस बारे में सहारे को जानने वाले लोगों ने जानकारी दी और उनको मिले मैसेज की पुष्टि की तो उन्हें इस बात का पता चला। जब अर्चित सहारे ने इस बारे में खोजबीन की तो धोखेबाज ने बनाई गई फर्जी आईडी को डिलीट कर दिया।

इनका कहना है

मेरे नाम से फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाए जाने की जानकारी मुझे अपने मित्रों से हासिल हुई। तस्दीक करने के बाद मैंने अपनी वॉल पर सभी को सचेत कर दिया है और किसी तरह की धोखाधड़ी से बचने की सलाह दी है। इस मामले को लेकर मैं जल्दी ही साइबर क्राइम को भी सूचित कर धोखेबाजों को सजा दिलावाने की कोशिश करूंगा।
अर्चित सहारे,

खान अशु

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