प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को एक बार फिर राष्ट्र को संबोधित किया। कोरोना काल में पीएम मोदी का यह 11वां संबोधन रहा। पीएम मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत गुरुनानक देव की जयंती से की। उन्होंने देशवासियों को प्रकाशपर्व की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान पीएम मोदी ने नए कृषि कानूनों को वापस लेने का एलान किया।

पीएम मोदी ने कहा कि हमारी तपस्या में ही कोई कमी रह गई होगी, जिस कारण मैं किसान भाइयों को समझा नहीं पाया। नए कृषि कानूनों के खिलाफ जो विरोध हो रहा है उसे देखते हुए आंदोलनकारी किसानों से घर लौटने का आग्रह करता हूं और तीनों कानून वापस लेता हूं। उन्होंने कहा कि इस महीने के अंत में संसद सत्र शुरू होने जा रहा है उसमें कानूनों को वापस लिया जाएगा। पीएम मोदी ने कहा कि जो कर रहा हूं देश के लिए कर रहा हूं।

प्रधानमंत्री के इस फैसले पर रिएक्शंस: किसान नेता राकेश टिकैत बोले- संसद में कानूनों के रद्द होने तक आंदोलन वापस नहीं लेंगे

मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि हम पूरी विनम्रता से किसानों को समझाते रहे। बातचीत भी होती रही। कानून के जिन प्रावधानों पर उन्हें ऐतराज था उन्हें सरकार बदलने को तैयार हो गई। साथियों आज गुरु नानक देवजी का पवित्र पर्व है यह समय किसी को दोष देने का नही है। मैं आज पूरे देश को यह बताने आया हूं कि हमने तीनों कृषि कानून वापस लेने का फैसला किया है। इसी महीने हम इसे वापस लेने की संवैधानिक प्रक्रिया पूरी कर देंगे।

टिकैत बोले- संसद में कानून वापसी का इंतजार करेंगे
सिंघु और टीकरी समेत दिल्ली के बॉर्डर्स पर किसान तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ बीते 14 महीने से आंदोलन कर रहे थे। अब सरकार के फैसले के बाद किसान संयुक्त मोर्चा के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि हम तुरंत आंदोलन वापस नहीं लेंगे, बल्कि इन्हें संसद में वापस लेने का इंतजार करेंगे।

प्रकाश पर्व की शुभकामनाओं के साथ शुरुआत की
मोदी ने कहा, ‘मेरे प्यारे देशवासियों आज देव दीपावली का पावन पर्व है। आज गुरु नानक देव जी का भी पावन प्रकाश पर्व है। मैं विश्व में सभी लोगों और सभी देशवासियों को बधाई देता हूं। यह भी बेहद सुखद है कि डेढ़ साल बात करतारपुर साहिब कॉरिडोर फिर से खुल गया है।

‘गुरुनानक देव जी ने कहा है कि संसार में सेवा का मार्ग अपनाने से ही जीवन सफल होता है। हमारी सरकार इसी सेवा भावना के साथ देशवासियों का जीवन आसान बनाने में जुटी है। न जाने कितनी पीढ़ियां जिन सपनों को सच होते देखना चाहती थीं, भारत उन्हें साकार करने की कोशिश कर रहा है।’

किसानों की परेशानियों को करीब से देखा
पीएम मोदी ने किसानों की समस्याओं के बारे में विस्तार से चर्चा की। पीएम मोदी ने कहा कि किसानों की परेशानियों को नजदीक से देखा है। किसानों की चुनौतियों को कम करने के लिए  कृषि कल्याण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है।आज देश सपनों को पूरा होते देख रहा है। देश में 100 में से 80 किसान छोटे हैं। 80 फीसदी किसानों के पास 2 हेक्टेयर से कम जमीन है। छोटो किसानों की संख्या 10 करोड़ से ज्यादा।

नए कृषि कानूनों से छोटे किसानों को फायदा
पीएम मोदी ने कहा कि फसल बीमा योजना को प्रभावी बनाया गया। आज छोटे किसानों को फसल बीमा का लाभ मिल रहा है। किसान हित को प्राथमिकता दी गई है। 22 करोड़ किसानों को स्वॉयल हेल्थ कार्ड दिए गए हैं। सरकार ने किसानों से रिकॉर्डतोड़ खरीदारी की है। किसान हित के लिए कई पुराने कानून खत्म किए गए हैं। छोटे किसानों को ताकत देने के लिए सरकार हर संभव प्रयास कर रही है।

राहुल गांधी ने कहा- अन्याय के खिलाफ ये जीत मुबारक हो!
राहुल गांधी ने अपना एक पुराना वीडियो ट्वीट करके लिखा कि देश के अन्नदाता ने सत्याग्रह से अहंकार का सर झुका दिया। अन्याय के खिलाफ ये जीत मुबारक हो!

 

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