नरेंद्र मोदी जी को झूठ बोल ते हुए देखकर ही मै यह पोस्ट लिख रहा हूँ ! वह रामलीला मैदान की भरी सभा में कह रहे थे कि भारत में कहीं भी डिटेंशन सेंटर नहीं है विरोधी आंदोलनकारी यह सब कुछ फैला रहे हैं ! तो मै नरेंद्र मोदी जी को बताना चाहता हूँ कि मैंने 23 सितम्बर 2019 के दिन मै आसामका दौरा किया था और मैंने अपने आँखो से गोअलपारा से 22 किलोमीटर की दूरी पर मटिया कदमतला नाम की जगह पर 45,करोड़ रुपये की लागत से भारत के गृह मंत्रालय के तरफसे यह सेंटर का निर्माण कार्य शुरू है जिसके मैंने अपने मोबाइल फोन से कुछ फोटो लिये है सो नरेंद्र मोदी जी को सचमुच भारत के प्रधानमंत्री रहते हुए अगर यह जानकारी नहीं है तो बहुत ही गंभीर बात है !

उनके मातहत वर्तमान समय में गृहमंत्री अमित शाह अगर उनके आदेश के बगैर यह सब कुछ कर रहे हैं और तो बहुत ही संवेदनशील बात है ! फिर तो उन्होने तुरंत ही अमित शाह की छुट्टी कर देनी चाहिए क्योंकि भारत के सभी प्रदेशों में इस तरह के डिटेंशन सेंटर गृह मंत्रालय के तरफसे बनाने की शीघ्रतापूर्वक काम जारी है और कहा कहाँ तो निर्माण होकर तैयार हैं ! और देश के प्रधानमंत्री की जानकारी मे नहीं है ? कुछ तो गडबडी है !

हालाँकि हमारे जैसे सामान्य लोगों को लगता है कि देश के सर्वोच्च पद पर आसीन होने के कारण तोभी नरेंद्र मोदी जी को झूठ बोल नहीं सकते लेकिन डिटेंशन सेंटर नहीं है यह बात वह भी माइक पर ? मुझे बहुत ही धक्का लगा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री की जानकारी मे नहीं है कि गृह मंत्रालय लगभग सभी राज्यों में इस तरह के डिटेंशन सेंटरोंका निर्माण कार्य कर रहा है !!

वर्तमान भारत सरकार एन आर सी के नाम पर देश में कम्युनल राजनीति करने की कोशिश कर रही है ! जिसका पुरजोर विरोध करना चाहिए यह आसामके गोअलपारा से 22 किलोमीटर की दूरी परस्थित है जो गुवाहाटी से 125 किलोमीटर की दूरी पर है ! 45 करोड़ रुपए की लागत से एक डिटेंशन सेंटर बनाया जा रहा है जिसमे एन आर सी लिस्टके बाहरी लोगों को रखा जाएगा ! सुना है भारत में जितनेभी बीजेपी की सरकार वाले राज्य है ऊन सभिमे डिटेंशन सेंटर बनाये जा रहे हैं !! आजसे 100 साल पहले जर्मनी में यहूदियों के लिए हिटलर ने ऐसेही किया था ! जिनको कॉन्सट्रेशन कैम्प कहा जाता था !

पहले राम मन्दिर फिर मुस्लिम अपिज्मेन्ट,गोहत्या,370,तिन तलाक और अबकी बार एन आर सी सब मुद्दोको दिखनेसे पता चलता है कि संघ परिवार गत 30 वर्षों से भी ज्यादा समय से सिर्फ और सिर्फ बाटो और राज करो की नीति पर पूरे देश में और किसी भी मुद्दोकी और ध्यान नहीं जाना चाहिए इसलिए खेल खेल रही है लेकिन वह यह भूल जाते हैं की मौहम्मद अली जिन्नानेभी हिन्दुओ का डर दिखाकर मुसलमानों को गोलबंद करते हुए देश का बटवारे की नौबत आ गई और वही कम्मूनल कार्ड संघ परिवार इस्तमाल करने से और दूसरी बार राष्ट्रीय एकता को खत्म करने की जाने अनजानेमे कोशिश जारी है !

कल संघ परिवार की तरफ से नागपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रिय एकात्मता विषय पर किया गया उसमे क्या चर्चा हुई मुझे नही मालूम हुआ लेकिन थोड़ा देर के लिए मान लु की संघ परिवार को भी राष्ट्रीय एकता की चिंता है तो मैं आपातकाल के दौरान जेल में संघके लोगों को हमेशा कहता था की आप लोगो को मुसलमान अच्छे लगे या ना लगे लेकिन यह कहिभी जाने वाले नहीं हैं यह वास्तविक तथ्य है और अब सवाल उनके साथ जीने का तरीका क्या हो सकता है ? रेल यात्रा में कुछ घंटे के सफ़र में आपके साथ जो भी अन्य प्रवासी होते हैं और वे आपको अच्छा लगे या ना लगे आपको उनके साथ सफर करना पडता है ! आँखे लाल पीले करनेसे पूरा सफर अन्ग्रेजीका सफर हो जाता है ! यह तो पीढि दर पीढी रह रहे हैं और आगे भी रहेंगे तो आपको उनके साथ रहने के लिये कोई तरीका बनाना होगा और वह तरीका उनको अपमानित करने का नही हो सकता है सम्मान जनक पूर्व शर्त पर ही हो सकता है आप कब तक उनको शक की निगाह से देखते रहोगे ? इसी कारण जिन्ना धर्म के नाम पर एक देश बना ने मे कामयाब हुआ और एक आप हैं जो गत 50 वर्षों से हिन्दु-मुसलमान करने का भी एक कारण जिन्ना को हिन्दुओ का डर दिखानेमे आप हिन्दु महासभा,आर्य समाज के लोगों की मदद हूई है यह बात आप लोगो के समझमे नही आती क्या ?

अभि 25 से 30 करोड मुसलमानों को आप कौनसे दंगोमे मार सकते ? दुनिया के किसी भी युद्घ का इतिहास देख लीजिए कितने लोग मरे हैं रामायण,महाभारत युद्ध के पश्चात् के सभी युध्द बिलकुल अभि ताजा कारगिल युद्ध का उदहारण ले लीजिये और आपने किये हुए सभी दंगोके आकडे लीजिये क्या हिसाब निकलता है ? और यह सब किस बात के लिये ? क्या निकला उसमेसे ? 25-30 करोड आबादीको सतत असुरक्षाके माहोलमे रखने से देश के समाज स्वास्थका क्या ? आप गत 100 वर्षों से यह राजनीति कर रहे हो क्या निकला ? एक बटवारे के अलावा कुछ और ? आज दिल्ली और देश के कुछ राज्यों में सत्ता बनानेमे कामयाबी मिली !

लेकिन जिन हिन्दुओ की बात कर-कर के आप सत्ता के पायदानों पर चढने में कामयाब जरुर हुये ऊन 80-90 करोड हिन्दुओ की मूल समस्याये क्या है ? सिर्फ राम मन्दिर ? और राम मंदिर बनाने के बाद क्या उनकी माली हालत में सुधार होगा ? कहा ले जा रहे हैं देश को ? आज राजधानी दिल्ली में 100 रूपये किलो प्याज और अन्य जरूरी सामान के दाम आसमान छू रहे हैं लेकिन आप को तो राम लला की पडी है,कितने लोगों के रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया ? सुनते हैं कि कुछ करोड लोग बेरोजगारी के शिकार हो गए हैं ! और जिस विकास की बात करके आप सत्तामे आये वह कहा है ? सरदार पटेल की भव्य मूर्ति मे या राम मंदिर के निर्माण के बाद अपने आप आयेगा ? उधर मंगलपर जानेकी बात और राम मन्दिर भी आखिरकार आप लोगो की प्राथमिकताओं किस बात का समवेश है और उधर शबरिमला मन्दिर में प्रवेश करने के लिए देश की आधी आबादी को मनाही ! कोर्ट को लोगों की भावनाओं का आदर करना चाहिए यह देश का गृह मंत्री बोलता है ? अगर यह बात है तो अस्पृश्यता से लेकर सति प्रथा और आजकल आप लोगों को मुस्लिम महिलाओं के हुकुक की चिंता सता रही है फिर आधि आबादी का क्या ? अपनी सुविधानुसार बाते रखने से कैसे होगा ?
आदालत का फैसला नहीं मानेंगे और अयोध्या विवाद में हम सभी को फैसले का सम्मान करना चाहिए ! क्या विरोधाभास नहीं लगता है ?

मुख्य बात एन आर सी पूरे देश में लागू करने की घोषणा की है क्या यह आपके प्राथमिकमुद्दोमे आता है ? देश के असली सवाल शिक्षा,स्वास्थ्य,रोजगार,विस्थापन,जल,जंगल और जमीन पर हो रहे आक्रमण का सही उपाय है कि ऊन मुद्दोसे ध्यान हटाने के लिए है ? अब तक 10 करोड़ लोग विस्थापन के शिकार हो गए हैं और उसमेसे 75 %आदिवासियो का शुमार होता है ! यह आकडे कई देशों की जनसंख्या से ज्यादा है ! 15% दलितोके जिवन में 72 साल की आजदीके बावजूद क्या सुधार हुआ है ? और देश की आधी आबादी औरतों की उनकी क्या हालत है ? 20 %अल्प संख्यक समुदाय को आप दिन-प्रतिदिन असुरक्षित करते जा रहे हैं क्या यह देश की सुरक्षा या कानून व्यवस्था के लिए मुफ़ीद है ?

आप को भी कभी-कभी अन्तर्मुख होकर सोचना पड़ता होगा क्या सच मुच आप सभी संघ परिवार को भारत की चिंता है ? अगर है तो अन्तर्मुख होकर देश के सही सवालोकी तरफ ध्यान दीजिये तो रामजी बडे प्रसन्न होकर आपको भी सदा सुखी रहोका आशीर्वाद देंगे भले आप उनका मंदिर बनाये या ना बनाये !
रामराज्य प्रस्थापीत जिसकी बात महत्मा गाँधी भी किया करते थे और आप सभीने उनके 150 वें जन्मदिन का जश्न मनाने के लिए कमर कस ली है तो रामराज्य मे पूरी प्रजा को सुखी रखने के लिए लग जाये ! काहे बाटने बटवारे की बात करते हो ?
डाॅ सुरेश खैरनार

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