बुधवार को संसद पर हमले की 16वीं बरसी है. इस मौके पर शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेता एकसाथ दिखे. हाल में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह इस दौरान एक-दूसरे का अभिवादन करते नजर आए. कुछ दिन पूर्व ही कांग्रेस अध्यक्ष बने राहुल गांधी भी इस मौके पर संसद पहुंचे और शहीदों को श्रद्धांजलि दी. श्रद्धांजलि के बाद वे सुषमा स्वराज, रविशंकर प्रसाद समेत सरकार के कई नेताओं से मिलते नजर आए. इस मौके पर सोनिया गांधी, भाजपा के वरिष्ठ नेता लीडर लालकृष्ण आडवाणी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह, समेत सत्ता और विपक्ष के कई नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
गौरतलब है कि 13 दिसंबर, 2001 को संसद पर आतंकी हमला हुआ था, जिसे सुरक्षा बलों ने नाकाम कर दिया था. इस हमले में 8 जवान शहीद हुए थे, वहीं सुरक्षा बलों ने 5 आतंकियों को मार गिराया गया था. शहीद होने वालों में दिल्ली पुलिस के 5 जवान, सीआरपीएफ की एक महिला अधिकारी, संसद के 2 सुरक्षाकर्मी और एक माली शामिल थे. लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने संसद में विस्फोट कर सांसदों को बंधक बनाने की साजिश रची थी. जिस दौरान हमला हुआ, उस समय शीतकालीन सत्र चल रहा था. बाद में इस हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु को फांसी की सजा सुनाई गई थी. उसे 9 फरवरी 2013 को तिहाड़ जेल में फांसी दी गई.