चंद दिनों पहले मप्र वक्फ बोर्ड में प्रभारी सीइओ बनकर आए एसडीओ जमील खान को लेकर शिकायतों का दौर शुरू हो गया है। राजधानी की एक वक्फ प्रबंधन कमेटी ने सीइओ के खिलाफ शिकायत अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री से की है। उन्होंने शिकायत में कहा है कि वक्फ संपत्ति से बरसों से तहबाजारी की वसूली नगर निगम द्वारा की जा रही है।

जबकि वक्फ बोर्ड के प्रभारी सीइओ इस गतिविधि को रोकने की बजाए निगम की तरफदारी करते नजर आ रहे हैं। कमेटी पदाधिकारियों ने प्रभारी सीइओ के स्थान पर स्थायी अधिकारी की नियुक्ति करने की मांग की है। राजधानी के व्यवसायिक इलाके हमीदिया रोड पर स्थित वक्फ कब्रस्तान की जमीन पर लंबे समय से नवबाहर सब्जी मंडी स्थित है। नगर निगम इस जमीन को अपनी बताते हुए लंबे समय से तहबाजारी वसूल कर रहा है। इस मामले को लेकर वक्फ बोर्ड और निगम में हमेशा से तनातनी बनी रही है।

बोर्ड अपने पास मौजूद दस्तावेजों के आधार पर इस जमीन को अपनी करार देता है, जबकि निगम उस समय की व्यवस्था को आगे रखकर इस वक्फिया जमीन को अपनी बताता आया है, जब बोर्ड का वजूद नहीं था और कब्रस्तानों की देखरेख की जिम्मेदारी नगर निगम के पास हुआ करती थी। नवबहार सब्जी मंडी की प्रबंधन कमेटी के ओहदेदारों ने गुरूवार को अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री रामखेलावन पटेल से मुलाकात कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया।

उन्होंने बताया कि नगर निगम के जोन और वार्ड अधिकारी-कर्मचारियों द्वारा लंबे समय से नवबहार सब्जी मंडी से वसूली की जा रही है और इस राशि को निगम के खजाने तक भी नहीं पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से चल रहे इस विवाद के समापन की उम्मीद नए प्रभारी सीइओ जमील खान से की जा रही थी, लेकिन उनकी बोर्ड में आमद के बाद भी स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है।

प्रभारी सीइओ ने कमेटी ओहदेदारों को स्पष्ट कह दिया है कि निगम की वसूली बरकरार रहेगी। ओहदेदारों ने मंत्री खेलावन से मांग की है कि इस मामले में तत्काल सीइओ को तलब किया जाए और पूरे मामले का पटाक्षेप करवाया जाए। सारे दस्तावेज और कमेटी ओहदेदारों की बात को गंभीरता से सुनने के बाद मंत्री पटेल ने वक्फ बोर्ड प्रशासक दीपक यादव से तत्काल फोन पर बात की। उन्होंने पूरे मामले की जांच कर इसकी रिपोर्ट तैयार करने के लिए उन्हें सौंपने के निर्देश दिए हैं।

खान अशु

Adv from Sponsors