उर्दू अकादमी करेगी सेमिनार और मुशायरा महफिल का आयोजन
भोपाल। कोरोना मजबूरियों से रुकी हुईं अदबी (सांस्कृतिक) महफिलों को फिर परवान मिलने वाली है। मप्र उर्दू अकादमी इसी माह में एक बड़े आयोजन के साथ इसकी शुरुआत करेगी। अखिल भारतीय स्तर के इस कार्यक्रम में जहां साहित्य प्रेमियों को सेमिनार का रस मिलेगा। वहीं रसिक श्रोताओं को देशभर के कवियों और शायरों का कलाम सुनने का मौका भी मिलेगा।
मप्र उर्दू अकादमी मरहूम गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी की याद में 27 नवंबर को एक दिवसीय आयोजन करेगी। दो सत्रों में होने वाले इस कार्यक्रम के पहले दौर में एक स्तरीय सेमिनार होगा, जिसमें मजरूह के व्यक्तित्व और उनके सांस्कृतिक योगदान पर बात की जाएगी। इस तरह दूसरे सत्र में मुशायरे की महफिल सजेगी। जिसमें देशभर के ख्यातनाम कवि और शायर अपना कलाम पेश करेंगे। अकादमी की निदेशक डॉ नुसरत मेहदी ने बताया कि मुशायरे में
पॉपुलर मेरठी, डॉ कलीम कैसर,नईम अख्तर खादमी, मलिक नावेद भोपाली, आरिफ अली आरिफ, रेनू नायर, धीरेंद्र सिंह
तारा इकबाल, सलमा शाहीन आदि अपना कलाम पेश करेंगे। कार्यक्रम रविंद्र भवन में दोपहर 3 बजे शुरू होगा।
इनका कहना
कोविड हालात से अदब की सारी महफिलें सूनी थीं। इन्हें अब फिर से रौनकें हासिल होने की उम्मीद बंधी है। हालात सामान्य होने लगे हैं लेकिन फिर भी सरकारी गाइडलाइन का पूरा ख्याल रखते हुए ही कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
डॉ नुसरत मेहदी,
निदेशक
मप्र उर्दू अकादमी