भोपाल। ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की दो दिवसीय बैठक शनिवार को कानपुर में शुरू हुई। बैठक के पहले दिन अध्यक्षीय भाषण देते हुए मौलाना राबे हसन नदवी ने शिक्षा और सामाजिक व्यवहार पर फिक्र जाहिर की। देशभर से पहुंचे बोर्ड के मेंबर्स में सियासी, सामाजिक और मजहबी रहनुमा शामिल हैं। इनमें भोपाल से बोर्ड मेंबर विधायक आरिफ मसूद भी शामिल हैं।

करीब साढ़े तीन साल बाद आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए कोविड हालातों का जिक्र किया। बोर्ड अध्यक्ष मौलाना नदवी ने कहा कि आजादी के बाद से अब तक कई कानूनी फैसले ऐसे आए हैं, जिन्होंने सीधे तौर पर शरियत में दखल अंदाजी की है। हालात अब भी वही बने हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था हर धर्म के लोगों को अपने मजहब के रिवाजों के मुताबिक जीवन यापन की इजाजत देती है। इसमें सियासी घालमेल नहीं किया जाना चाहिए। मौलाना नदवी ने कहा कि मौजूदा दौर में नौजवानों के हालात पर फिक्र की जाना चाहिए। उन्होंने अपने कम और व्यवहार को ऐसे रास्तों पर डाल लिया है, जिससे वे शिर्क में शामिल हो रहे हैं। यही उनकी परेशानियों और मुश्किलों की वजह भी है। उन्होंने कहा कि इंसान की कामयाबी के लिए जरूरी है कि उसको बचपन से ही दीनी तालीम दी जाए। ताकि आगे चलकर वह उसके व्यवहार में शामिल हो जाए। बोर्ड अध्यक्ष ने तालीम के व्यापक प्रचार और इसके साथ आगे बढ़ने की ताकीद करते हुए इसपर मेहनत करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि इस कौम पर लोगों को सही राह दिखाने की जिम्मेदारी है। इसलिए उन्हें पहले खुद में सुधार करना चाहिए और इस्लाम की बेहतर बातें, खूबियां और अच्छाइयां लोगों तक पहुंचाना चाहिए। भोपाल से बैठक में शामिल होने के लिए कानपुर पहुंचे विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि अध्यक्षीय भाषण के बाद विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा होगी। देशभर से आए सदस्य अपनी बातें रखेंगे और सुधार को लेकर अपने सुझाव भी पेश करेंगे।

Adv from Sponsors