नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : आपने छठी इंद्री यानी सिक्स्थ सेंस के बारे में जरूर सुना होगा. सिक्स्थ सेंस एक ऐसी ताकत है जिससे कोई भी इंसान वर्तमान में रहकर भविष्य की घटनाओं को लेकर सभी बातें जान सकता है. सिक्स्थ सेंस वैसे तो हर इंसान के पास होता है पर कुछ इंसानों में इसकी क्षमता कम होती है पर कुछ लोगों को इसमें महारथ हासिल होती है और ऐसे लोग किसी अनहोनी के पहले ही लोगों को आगाह कर देते हैं.
अगर इंसान का सिक्स्थ सेंस अपने चरम पर आ जाये तो वो इंसान अपने दिमाग की मदद से करोडो मील दूर बैठे इंसान से बात कर सकता है साथ ही उसमें ऐसी दिव्या शक्तियां आ जाएँगी जिनसे वो अनहोनी घटनाओं को पहले से ही भांप लेता है. अब हम आपको ऐसे ही तरीके बताने जा रहे हैं जिनसे आप अपने सिक्स्थ सेंस की क्षमता को पहले से कहीं अधिक बढ़ा सकते हैं.
मेडिटेशन
सिक्स्थ सेंस एक्टिव करने का सबसे आसान तरीका मेडिटेशन है। रोजाना एक नियत समय पर मेडिटेशन करने से धीरे-धीरे सिक्स्थ सेंस एक्टिव होने लगता है। रोजाना नियम से ऐसा करने पर धीरे-धीरे आपको भूत-भविष्य व वर्तमान में घटने वाली घटनाओं का आभास पहले ही होने लगेगा।
मंत्रोच्चारण
लगातार एक ही तरंग में मंत्र की साधना करने पर भी सिक्स्थ सेंस एक्टिव हो जाता है। विशेषकर इस मंत्र के जप पर ऊं ठं ठं ठं पंचागुली भूत भविष्यं दर्शय ठं ठं ठं स्वाहा।
ताकने से
इसके अलावा सूर्य या चंद्रमा को देखने से भी ये संभव है। सूर्य त्राटक में सुबह के समय सूर्य पर ध्यान लगाया जाता है। वहीं चंद्रमा पर ध्यान टिका देना चंद्र त्राटक कहलाता है।