नई दिल्ली, (विनीत सिंह) : हाल ही में प्रदेश में हुए विधान सभा चुनाव में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों पर जमकर सवाल उठाए गये हैं. जिन नेताओं को हार मिली है उन्होंने ईवीएम की विश्वसनीयता पर सवाल उठाए हैं. इस मामले में नेताओं की मांग थी कि ईवीएम की जांच विदेश में कराई जानी चाहिए.
इसी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने निर्वाचन आयोग को नोटिस जारी किया है। CJI की कोर्ट ने यह नोटिस वकील मनोहर लाल शर्मा की जनहित याचिका पर शुक्रवार को जारी किया। शर्मा ने पांच राज्यों हुए चुनावों को मिली भारी जीत पर सवाल उठाया और कहा है वोटिंग मशीनों में छेड़छाड़ की गई है। ऐसे ही आरोप बसपा की अध्यक्ष मायावती ने लगाए हैं।
ईवीएम की विश्वसनीयता में सवाल उठाने वालों में सबसे ऊपर मायावती का नाम शामिल है. मायावती को यूपी विधानसभा चुनाव में हार का मुह देखना पड़ा है पर उनकी हार उर जीत के बीच का फासला इतना बड़ा था जिसपर यकीन कर पाना काफी मुश्किल था शायद यही वजह रही कि मायावती ने ईवीएम पर सवालिया निशान लगाये हैं. मायावती के अलावा दिल्ली सीएम अरविन्द केजरीवाल ने भी पंजाब में हार के बाद ईवीएम पर सवाल उठाए थे.
हालांकि आयोग ने मायावती के आरोपों का जोरदार खंडन किया है। आयोग ने कहा है कि आजतक ये कोई सिद्ध नहीं कर पाया है कि वोटिंग मशीनों से छेड़छाड़ हो सकती है। जबकि कई बार लोगों को ये मौका दिया गया।