हफ्ते के आखिरी दिन यानी शुक्रवार को बाजार मजबूती के साथ खुले। बाजार खुलते ही सेंसेक्स ने नया इतिहास रच दिया है। सेंसेक्स पहली बार 60100 के पार खुला। बाजार अभी भी शानदार तेजी के साथ कारोबार कर रहा है। फिलहाल सेंसेक्स 350 पॉइंट चढ़कर 60,200 पर और निफ्टी 80 पॉइंट चढ़कर 17,900 पर कारोबार कर रहा है।
5G पर पीएम मोदी की मीटिंग से भारतीय बाजार टॉप गियर में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टॉप अमेरिकी CEOs से मुलाकात की। 5G और डिफेंस से लेकर डिजिटल इंडिया तक कई मुद्दों पर चर्चा हुई। इस दौरान ब्लैकस्टोन ग्रुप के CEO स्टीफन श्वॉर्जमैन ने कहा कि भारत में और 40 अरब डॉलर का निवेश करने की योजना बनाई है।
सेंसेक्स के 30 शेयर्स में से 18 शेयर्स बढ़त के साथ और 112 शेयर्स कमजोरी के साथ कारोबार करते दिख रहे हैं। जिसमें एशियन पेंट्स के शेयर 4%, भारती एयरटेल और HCL टेक के शेयर 3% से ज्यादा की तेजी के साथ ट्रेड कर रहे हैं। वहीं टाटा स्टील के शेयर में 2% की गिरावट देखने को मिल रही है।
आइए जानते हैं तेजी के 10 कारण-
1. अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिजर्व के फैसले आ गए हैं। फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों को स्थिर रखा है। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है लेकिन साथ ही आने वाले दिनों में कटौती के भी संकेत दे दिए हैं। इसकी वजह से विदेशी निवेशकों के बीच उत्साह का माहौल देखने को मिल रहा है।
2. इससे पहले अमेरिका के शेयर बाजार में तेजी देखने को मिली। डाउ जोंस 1.48 फीसदी चढ़कर 34,764 पर बंद हुआ। नैस्डैक 1.04 फीसदी की बढ़त के साथ 15,052 और एस एंड पी 500 1.21 फीसदी चढ़कर 4,448 पर बंद हुआ।
3. कोरोना वायरस महामारी की दो लहरों का सामना कर चुके देश की अर्थव्यवस्था मजबूती के साथ पटरी पर लौट रही है। वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में जीडीपी विकास दर 20.1 फीसदी रही। यह चीन से भी बेहतर आंकड़े हैं क्योंकि पहली तिमाही में चीन की विकास दर 7.9 फीसदी दर्ज की गई। यानी यह माना जा सकता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था चीन के मुकाबले तेजी से सुधरी है।
4. सरकार लगातार उद्योगों का समर्थन करने रही है। हाल ही में सरकार ने दूरसंचार क्षेत्र के लिए बड़े एलान किए थे। केंद्रीय मंत्रिमंडल ने दूरसंचार क्षेत्र में कई संरचनात्मक और प्रक्रिया सुधारों को मंजूरी दी थी। इन सुधारों से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलेगा, उपभोक्ताओं के हितों की रक्षा होगी और साथ ही निवेशक भी प्रोत्साहित होंगे।
5. साथ ही विदेशी निवेश (FDI) लगातार बढ़ रहा है, जिससे घरेलू बाजार में तेजी आई। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जुलाई अवधि के दौरान देश में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश दोगुने से भी अधिक बढ़कर 20.42 अरब डॉलर हो गया। इन चार महीनों में टोटल फॉरन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट बढ़कर 27.37 अरब डॉलर हो गया। इससे भी घरेलू बाजार प्रभावित हुआ।
6. प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) का बाजार भी अच्छा चल रहा है। कंपनियां लगातार आईपीओ पेश कर रही हैं। इससे निवेशकों में उत्साह बढ़ा है।
7. मुद्रास्फीति के आंकड़ों से भी बाजार प्रभावित हुआ। केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार अगस्त माह में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) में मामूली गिरावट आई है। जुलाई में सीपीआई 5.59 फीसदी था, जो अगस्त में घटकर 5.30 फीसदी पर आ गया।
8. टीकाकरण से निवेशकों में कोरोना का डर खत्म होता नजर आ रहा है। पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर कोरोना टीकाकरण का विश्व रिकॉर्ड बनाया गया और इस बार टीकाकरण को 100 करोड़ पार ले जाने की तैयारी शुरू हो चुकी है। आगामी सात अक्तूबर तक रिकॉर्ड टीकाकरण के जरिए 100 करोड़ का आंकड़ा पूरा करने के लक्ष्य पर काम किया जा रहा है।
9. चीन की रियल एस्टेट कंपनी Evergrande से भी राहत की खबरें आई हैं। एवरग्रैंड ब्याज का भुगतान समय पर करेगा। वहीं चीन का सेंट्रल बैंक सिस्टम में 18.8 अरब डॉलर यानी करीब 1.41 लाख करोड़ रुपये डालेगा, ताकि लिक्विडिटी की कमी न हो।
10. दूसरी तिमाही के कंपनियों के अच्छे नतीजे आने की उम्मीद है। साथ ही डॉलर के मुकाबले रुपया मजबूत होने से भी शेयर बाजार को सपोर्ट मिला है। गुरुवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 23 पैसे की तेजी के साथ 73.64 (अनंतिम) रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ। विदेशी बाजार में अमेरिकी मुद्रा की कमजोरी के चलते यह प्रभावित हुआ।