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प्रशांत किशोर ने जिस तरह युवाओं में जदयू की पैठ बनाने की कवायद शुरू की है, उससे राजद में बैचेनी है. राजद ने प्रशांत किशोर की इस चाल से निपटने के लिए अपनी युवा इकाई को राजनीतिक मोर्चे पर जंग के लिए लगाने का फैसला कर लिया है. पार्टी चाहती है कि युवाओं का ज्यादा से ज्यादा झुकाव राजद की ओर रहे. गौरतलब है कि प्रदेश में 20 लाख नए युवा वोटर तैयार हुए हैं. जदयू और राजद में इसे हथियाने की होड़ लग गई है. राजद ने इसके लिए मुद्‌दा भी तय कर लिया है. राजद लालू परिवार को कानूनी फंदे में फंसाने के कथित षड्‌यंत्र को बड़ा चुनावी मुद्‌दा बनाने की तैयारी में है.

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पार्टी पूरे सूबे की जनता को बताएगी कि कैसे एक साजिश के तहत केंद्र और सूबे की सरकार लालू परिवार को कानूनी जाल में फंसा रही है. इसके लिए जनता के साथ सीधा संवाद करने का फैसला किया जाएगा. पार्टी ने अपनी युवा इकाई को इस काम का जिम्मा दिया है. आंदोलन की रूपरेखा तय करने के लिए युवा राजद की बैठक हो चुकी है, जिसमें यह तय हुआ है कि चार दिसंबर को सभी जिला मुख्यालयों में पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम नीतीश कुमार का पुतला जलाया जाएगा. 18 दिसंबर को सभी प्रखंड मुख्यालयों में धरना, 26 दिसंबर को जिला मुख्यालयों में धरना तथा नौ जनवरी को दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना और राष्ट्रपति भवन मार्च किया जाएगा.

राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे, प्रदेश प्रधान महासचिव आलोक मेहता, युवा राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बुलो मंडल और प्रदेश अध्यक्ष मो. कारी सोहैब ने आरोप लगाया है कि डिप्टी सीएम सुशील मोदी एवं प्रधानमंत्री कार्यालय ने सीबीआई के एक अधिकारी से मिलकर लालू प्रसाद को जेल भेजवाने की रणनीति तैयार की थी. इसकी जानकारी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी थी. राजद इसके खिलाफ सड़कों पर उतरेगा. बुलो मंडल ने कहा कि सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा द्वारा सीवीसी को भेजे गए जवाब से साफ हो गया है कि लालू परिवार के खिलाफ साजिश हुई थी. दूसरी तरफ सृजन घोटाले में सीएम एवं डिप्टी सीएम को बचाने की कोशिश की गई.

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दरअसल, राजद इस मुद्‌दे से यह भी साबित करना चाहती है कि भ्रष्टाचार का दाग उसके नेताओं पर साजिशन थोपा गया है और इसके लिए नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार जिम्मेदार हैं. इस मामले को दिल्ली तक ले जाने के पीछे सोच यह है कि देश के स्तर पर लोगों को यह बात पता चले कि लालू परिवार को किस तरह प्रताड़ित किया जा रहा है. युवा इकाई को काम का जिम्मा सौंपा गया है, ताकि युवाओं का लगाव पार्टी की ओर बढ़े और युवा सदस्य सक्रिय होकर पार्टी को मजबूती प्रदान करें. बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर की बढ़त को रोकने के लिए राजद ने अपना यह अभियान छेड़ा है. उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर लगातार युवाओं को जदयू में जोड़ने के अभियान में जुटे हैं और इसके लिए पटना में पीके क्लास भी चलाई जा रही है.

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