भोपाल: मुंबई आतंकी हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे के साथ कर चुके महाराष्ट्र पुलिस के  रिटायर्ड एसीपी रियाज देशमुख भोपाल लोकसभा सीट से प्रज्ञा ठाकुर के खिलाफ चुनाव लडेंगे। उन्होंने निर्दलीय नामांकन भी कर दिया है। रिटायर्ड एसीपी रियाज देशमुख सिर्फ इसलिए चुनाव लड़ रहे हैं क्योंकि वो भाजपा प्रत्याशी प्रज्ञा ठाकुर के शहीद करकरे पर दिए गए विवादित बयान से आहत हैं और वो प्रचार कर साध्वी की  हकीकत सबके सामने लाना चाहते हैं।

भोपाल से अपना नामांकन दाखिल करने के बाद पूर्व रिटायर्ड एसीपी रियाज देशमुख ने कहा कि, “महाराष्ट्र पुलिस के सबसे बेहतरीन और ईमानदार अधिकारियों में से एक को बदनाम होते नहीं देख सकता था। करकरे ने सभी पेशेवर मामलों में मेरा मार्गदर्शन किया था और वह हमेशा मेरे साथ खड़े रहते थे। मेरा नामांकन स्वीकार कर लिया गया है। ‘

 

रियाज देशमुख, हेमंत करकरे के साथ अपनी सेवाएं दे चुके हैं। वह तब करकरे के अधीन सब इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थे। वह अमरावती से क्राइम ब्रांच में एसीपी पद पर रहते हुए रिटायर हुए थे। अब वह औरंगाबाद में रहते हैं। उन्होंने तीन दशक से ज्यादा समय तक पुलिस फोर्स को अपनी सेवाएं दी हैं। भोपाल में पांचवें चरण में 12 मई को मतदान होना है।

कौन हैं रियाज देशमुख 
2016 में महाराष्ट्र के अमरावती से एसीपी के पद पर रहते हुए रियाज रिटायर हुए थे। वह पिछले तीन साल से औरंगाबाद में रहते हैं। उन्होंने तीन दशक से ज्यादा समय तक पुलिस फोर्स को अपनी सेवाएं दी हैं। रिटायरमेंट के वक्त वह अमरावती में क्राइम ब्रांच के मुखिया थे। इसके पहले वह अमरावती में ही क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर थे।

रिटायर होने के बाद रियाज ने औरंगाबाद में एक वेब पोर्टल शुरू किया। इसके साथ ही नागरिकों और पुलिसकर्मियों को कानूनी मामलों में परामर्श के लिए वह काउंसलिंग सेवा भी मुहैया कराते हैं। 1986 बैच के सब-इंस्पेक्टर देशमुख अकोला में 9 साल तक तैनात रहे। इसी दौरान वह करकरे के संपर्क में आए। 1988 में करकरे अकोला के एसपी के पद पर कार्यरत थे। देशमुख उस वक्त वाशिम पुलिस थाने के प्रमुख थे, जो अब भी अकोला जिले का हिस्सा है। मुंबई में 26/11 आतंकी हमलों के दौरान करकरे शहीद हो गए थे। इससे पहले भी देशमुख करकरे के संपर्क में रहे थे।

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