उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी घटना में मारे गए लोगों के परिवार से मिलने के लिए जा रही कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी अभी भी हिरासत में है। प्रियंका ने इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल पूछा है। उन्होंने कहा कि बिना एफआईआर के उन्हें पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है। जबकि किसानों को कुचल देने वाला व्यक्ति अब तक गिरफ़्तार नहीं हुआ, क्यों?

प्रियंका ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर करते हुए पीएम मोदी से पूछा कि नरेंद्र मोदी जी आपकी सरकार ने बग़ैर किसी ऑर्डर और एफआईआर के मुझे पिछले 28 घंटे से हिरासत में रखा है। अन्नदाता को कुचल देने वाला ये व्यक्ति अब तक गिरफ़्तार नहीं हुआ, क्यों?

आपको बता दें कि रविवार को तड़के प्रियंका गांधी को सीतापुर पुलिस ने हिरासत में लिया था। उसके बाद से अब तक प्रियंका गांधी पुलिस की हिरासत में ही हैं। उन्हें अभी तक रिहा नहीं किया गया है। उनकी रिहाई के लिए कांग्रेस कार्यकर्ता सीतापुर में पीएसी गेस्ट हाउस के गेट पर प्रदर्शन कर रहे हैं।

कांग्रेस नेताओं का कहना है कि 30 घंटे से अधिक हिरासत में रखी गई प्रियंका गांधी के कमरे के ऊपर यूपी पुलिस का ड्रोन कैमरा है। सच्चाई ये है कि हमें पता भी नहीं कि ये ड्रोन है किसका? यहां खड़े अधिकारी और पुलिस कह रहे हैं। उन्हें कोई संज्ञान नहीं। डरी हुई भाजपा सरकार काम देखिए। प्रियंका गांधी को जिस कमरे में हिरासत में रखा गया है, उसके बाहर ड्रोन कैमरे से सरकार निगरानी कर रही है। भाजपा सरकार का किसानों की आवाज को कुचलने की कोशिश जारी।

वहीं, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रियंका गांधी को हिरासत में रखने के मामले में ट्विट किया। उन्होंने लिखा कि जिसे हिरासत में रखा है, वो डरती नहीं है, सच्ची कांग्रेसी है, हार नहीं मानेगी! सत्याग्रह रुकेगा नहीं।

कार की सीट के नीचे छिपकर जा रही थीं प्रियंका
गौरतलब है कि लखनऊ से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी रविवार रात कार से सीतापुर के रास्ते लखीमपुर के लिए निकलीं थीं। पुलिस की घेराबंदी को चकमा देने के लिए वे कार की पीछे वाली सीट के नीचे छिपकर जा रही थीं। इस बात का खुलासा हरगांव में कार की चेकिंग के दौरान हुआ। पुलिस सूत्रों की माने तो सीट के नीचे प्रियंका गांधी बैठी थीं।

लखनऊ से प्रियंका गांधी के निकलने के बाद राजधानी से जिले के डीएम व एसपी को फरमान सुनाया गया कि किसी भी कीमत पर कांग्रेस महासचिव को लखीमपुर नहीं जाने दिया जाए। राजधानी से फरमान आते ही डीएम-एसपी अलर्ट मोड पर आ गए। अटरिया से लेकर लहरपुर तक चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा लगा दिया गया।

मामले की नजाकत को देखते हुए प्रियंका गांधी ने रूट ही बदल दिया। इसकी सूचना मिलते ही डीएम-एसपी के होश उड़ गए। इसके बाद पुलिस पूरी ताकत से प्रियंका गांधी को पकड़ने के लिए घेराबंदी करने लगी। आखिर में हरगांव में उन्हें रोक लिया गया था।

किसानों से बिना मिले यहां से नहीं जाएंगे: प्रियंका
वहीं, इससे पहले सीतापुर के गेस्ट हाउस में अरेस्ट कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पुलिस प्रशासन से दो टूक कहा है कि वह पीड़ित किसान परिवारों से बिना मिले यहां से नहीं जाएंगी। कानून के शासन में इस तरह से नहीं रोका जा सकता।

प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि लखीमपुर में राजनीतिक तनाव के लिए केंद्रीय गृह राज्य मंत्री और उनका बेटा जिम्मेदार है। भाजपा सरकार उन्हें क्यों बचा रही है? सरकार को हमें हिरासत में लेने के बजाय दोषी भाजपा नेताओं पर कार्रवाई करने में फुर्ती दिखानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों को कुचलने की राजनीति कर रही है।

किसानों को खत्म करने की राजनीति कर रही है। लखीमपुर की घटना बताती है कि भाजपा सरकार किसानों पर अत्याचार की किस हद तक जा सकती है। लेकिन, हम किसानों की आवाज को दबने नहीं देंगे। भाजपा सरकार के किसान विरोधी मंसूबे कामयाब नहीं होने देंगे। प्रियंका के साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, विधान परिषद में कांग्रेस विधायक दल के नेता दीपक सिंह और अमरनाथ अग्रवाल भी गिरफ्तार किए गए हैं।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने देर रात अमर उजाला को बताया कि हमारी पार्टी की नेता प्रियंका गांधी समेत पूरी टीम लखीमपुर खीरी पीड़ित परिवारों से मिलने जाना चाहती हैं। अब यह पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वो किस तरह से हमें मिलवाता है। इतना तय है कि बिना मिलें यहां से नहीं हटेंगे।

 

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