सबसे पहले तो आपका बता दें 2016 में जब सभी अमेरिकी न्यूज़ चैनल्स के सर्वे ट्रम्प की हार की भविष्यवाणी कर रहे थे, तब इतिहासकार एलन लिक्टमैन अकेले ज्योतिषी थे जिसने ट्रम्प की जीत की भविष्यवाणी की थी – साथ ही यह भी कहा था कि राष्ट्रपति पर महाभियोग लगाया जाएगा। उनकी ये दोनों भविष्यवाणी सही साबित हुईं, अगर बात करें अमेरिकी चुनाव के इतिहास की तो चुनाव की भविष्वाणी को लेकर प्रोफेसर एलन लिक्टमैन का रिकॉर्ड बहुत गहरा है। 1984 से लेकर 2016 तक उनकी हर भविष्वाणी सच साबित हुई है।

चुनावी कैंपेन बनाने वाले एक्सपर्ट्स और राजनीतिक पंडितों को लेकर प्रोफेसर एलन लिक्टमैन का कहना है कि वो लोग चुनाव को घोड़ों की रेस की तरह समझते हैं, लेकिन जनता बेवकूफ नहीं है वो चुनाव कैंपेन के छल में नहीं फंसती, मतदाता व्यावहारिक तरीके से वोट डालता है, मतदाता सीधे तौर पर देखता है की जो पार्टी वाइट हाउस पर नियंत्रण करेगी वो देश को कैसे चलाएगी।

प्रोफेसर एलन लिक्टमैन अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के नास्त्रोदमस कैसे बने इसकी भी दिलचस्प कहानी है, एलन लिक्टमैन बताते हैं कि 1981 उनकी मुलाक़ात रूस के मशहूर भूकंपविज्ञानी व्लादिमीर कैलिस बोरोक से हुई और बोरोक ने उनसे कहा कि हम दोनों साथ मिलकर काम करने वाले हैं, बोरोक कि ये बात सुनकर प्रोफेसर एलन को लगा की व्लादिमीर कैलिस बोरोक रूस की ख़ुफ़िया एजेंसी केजीबी की तरफ से उन्हें सुपारी दे रहे हैं, लेकिन ऐसा नहीं था भूकंपविज्ञानी व्लादिमीर कैलिस बोरोक उनके साथ मिलकर अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव की भविष्यवाणी का मॉडल विकसित करना चाहते थे।

दोनों ने मिलकर इस मॉडल को तैयार करने का काम शुरू किया।

अमेरिका में दो पार्टी चुनाव होते हैं इसलिए सबसे पहले दोनों पार्टियों को अलग अलग श्रेणी में बाटा गया, रूलिंग पार्टी को स्टेबिलिटी (Stability) का नाम दिया गया जबकि दूसरी पार्टी जो सत्ता में फेरबदल करके वाइट हाउस पर कब्ज़ा कर सकती है उसे अर्थक्वेक (Earthquake) का नाम दिया गया, उसके बाद 1862 से लेकर 1980 तक के सभी राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दों और उम्मीदवारों का ब्यौरा खंगाला गया, सभी चुनाव के हर पहलू को खंगालने के बाद ऐसे 13 बिंदु सामने आये जिनके आधार पर अमेरिकी जनता अपना राष्ट्रपति चुनती थी।

Predicting The Next President (The Keys To The White House ) के लेखक प्रोफेसर एलन की 13 keys 2020 के चुनाव में क्या भविष्यवाणी कर रही हैं, आप भी पढ़िये

एलन 13 बिंदुओं के आधार पर जीत हार की भविष्यवाणी करते हैं, इन 13 पॉइंट्स को ट्रू (True) और फॉल्स (False) में बांटा है, ट्रू का मतलब है मौजूदा राष्ट्रपति का पक्ष और फॉल्स का मतलब विपक्षी उम्मीदवार का पक्ष।

सबसे पहला (Key) है- क्या सत्ताधारी दल ने मध्यावधि चुनाव में जीत हासिल की? तो इसका जवाब है नहीं, क्योंकि 2018 के मध्यावधि चुनाव में ट्रम्प की पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था, तो ये पॉइंट फॉल्स यानि विपक्षी दल के खाते में गया।

दूसरा मुद्दा है – सत्ताधारी दल में मौजूदा राष्ट्रपति की उम्मीदवारी को लेकर कोई मतभेद तो नहीं है? क्योंकि रिपब्लिकन की तरफ से किसी ने ट्रम्प की उम्मीदवारी को चैलेंज नहीं किया है इस लिए ये पॉइंट उनके यानि ट्रू के खाते में गया।

तीसरा मुद्दा है – क्या खुद राष्ट्रपति पुनर्निर्वाचन चाहते हैं? तो इसका जवाब भी साफ़ है की ट्रम्प चुनावी हार से पहले किसी भी हाल में अपना पद नहीं छोड़ेंगे, इस लिहाज़ से ये पॉइंट भी उनके यानि ट्रू के फेवर में जाता है।

चौथा मुद्दा – किसी तीसरे दल ने चुनाव में दावेदारी को दावा किया कि नहीं? ये बात भी ट्रम्प के फायदे की साबित हुई और इस तरह अभी तक के चार मुद्दों में तीन ट्रम्प के फेवर में गए।

पांचवा मुद्दा है – शार्ट टर्म इकॉनमी मज़बूत हुई या नहीं? तो इसका सीधा सा जवाब है की कोरोना महामारी की वजह से अमेरिका में आर्थिक मंदी है, ये मुद्दा बिडेन के पक्ष में जाता है।

छठा मुद्दा – देश की पूरी अर्थव्यवस्था पिछले दो राष्ट्रपतियों के कार्यकाल से अच्छी या उनके बराबर रही कि नहीं? इसका जवाब भी फॉल्स यानि बिडेन के पक्ष में जाता है क्योंकि कोरोना की वजह से अमेरिका में 2020 की जीडीपी ग्रोथ नेगेटिव दर्ज की गई।

सातवां मुद्दा – क्या मौजूदा राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय पालिसी में कुछ बड़े बदलाव किये? इसका जवाब है कि ट्रम्प ने एग्जीक्यूटिव ऑर्डर्स के ज़रिये ओबामा की पॉलिसीस में बड़े बदलाव किये हैं, इस तरह ये पॉइंट ट्रू के कॉलम यानि ट्रम्प के फेवर में जाता है।

आठवां मुद्दा – मौजूदा राष्ट्रपति के कार्यकाल में सामजिक अशांति हुई कि नहीं?  इसका जवाब है की ट्रम्प कार्यकाल में पूरे अमेरिका में रंगभेद के खिलाफ प्रदर्शन हुए, इस लिए ये पॉइंट फॉल्स यानि बिडेन के पक्ष में जाता है।

मुद्दा नंबर नौ – वाइट हाउस स्कैंडल्स से बचा रहा? ये मुद्दा ऐसा है जिसकी भविष्यवाणी प्रोफेसर एलन ने 2016 में ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने की भविष्यवाणी के साथ ही कर दी थी कि ट्रम्प के राष्ट्रपति बनने के बाद उनके खिलाफ महाभियोग लाया जायेगा, इस लिए ये पॉइंट भी फॉल्स यानि बिडेन के पक्ष में जाता है।

दसवां मुद्दा – वाइट हाउस को सैनिक या विदेशनीति में बड़ी नाकामी तो नहीं मिली ? इसका जवाब ट्रम्प के पक्ष में यानि ट्रू के कॉलम में जाता है।

मुद्दा नंबर ग्यारह – वाइट हाउस ने विदेश में कोई बड़ी सफलता हासिल की हो ? इसका जवाब है की कोई नाकामी नहीं हुई तो कोई सफलता भी नहीं मिली, इस लिए ये पॉइंट बिडेन के पक्ष में जाता है।

बारहवां मुद्दा – क्या मौजूदा राष्ट्रपति का नेतृत्व चमत्कारी था? इसका जवाब है की ट्रम्प ऐसे शो मेन हैं जो छोटी मानसिकता के लोगों को बहुत पसंद आते हैं, इस लिए इस पॉइंट पर भी ट्रम्प मात खा गए और ये पॉइंट बिडेन के पक्ष में जाता है।

मुद्दा नंबर तेरह – विपक्षी उम्मीदवार बहुत आकर्षक हैं? प्रोफेसर एलन के मुताबिक बिडेन सभ्य व्यक्ति हैं लेकिन बहुत आकर्षक नहीं हैं, इस तरह ये पॉइंट ट्रम्प के पक्ष यानि ट्रू के कॉलम में जाता है।

प्रोफेसर एलन के फॉर्मूले के मुताबिक अगर 13 में से 6 keys भी विपक्षी उम्मीदवार के समर्थन में हों तो जीत विपक्षी उम्मीदवार की ही होती है, इस चुनाव में तो ट्रम्प के खिलाफ और बिडेन के समर्थन में 7 keys हैं, इस लिए प्रोफेसर एलन की भविष्यवाणी कहती है की बिडेन ही अमेरिका के अगले राष्ट्रपति बनने वाले हैं।

Courtesy : Media Adda

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