नई दिल्ली; जम्‍मू-कश्‍मीर के पुलवामा में सुरक्षाबलों पर हुए आतंकी हमले को लेकर भारत ही नहीं पाकिस्तानियों में भी गुस्सा देखा जा रहा है.विदेशों में बसे पाकिस्तान के लोगों ने न सिर्फ इस हमले की कड़ी निंदा की है बल्कि अपने ही देश के खूंखार आतंकी संगठनों पर कार्रवाई की मांग करते नज़र आये हैं.

रिपोर्ट्स के मुताबिक नीदरलैंड की राजधानी एम्सटर्डम शहर में रहे वाले अहमद वकास गोराया ने आतंकी हमले में शहीदों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए एक ट्वीट किया. इस ट्वीट में अहमद वकास गोराया ने लिखा कि हम अमन पसंद पाकिस्तानी भी भारत के ऋणी और शुक्रगुजार रहेंगे, अगर भारत खूंखार आतंकी संगठनों जैश-ए-मुहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के खिलाफ सैन्य कार्रवाई करके उनका खात्मा कर देता है.

अपने ट्वीट में अहमद वकास गोराया ने इस बात का भी जिक्र किया कि ये आतंकवादी हमारे मासूम बच्चों को अपने खूंखार सगंठनों में भर्ती करते हैं और जनरल इन आतंकवादियों की रक्षा करते हैं.

दरअसल जैश-ए-मोहम्मद एक आतंकी संगठन है. जो पाकिस्तान से अपनी गतिविधियों को अंजाम देता आ रहा है. यह संगठन भारत के साथ ही पश्चिमी देशों में भी सक्रिय है. जैश-ए-मोहम्मद की स्थापना मसूद अजहर ने साल 2000 में की थी.मसूद अजहर वही शख्स है जिसे छुड़ाने के लिए 1999 में कंधार विमान अपहरण को अंजाम दिया गया था. जानकारी के मुताबिक इस आतंकी संगठन में हरकत-उल-अंसार और हरकत-उल-मुजाहिदीन के कई आतंकी शामिल हैं. जबकि मसूद अज़हर खुद भी हरकत-उल-अंसार का महासचिव रह चुका है.

गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में अवंतीपोरा के पास गोरीपोरा में हुए हमले में सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए हैं. हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मुहम्मद ने ली है. रिपोर्ट के मुताबिक जैश-ए-मुहम्मद के आत्मघाती दस्ते अफजल गुरु स्क्वॉड के स्थानीय आतंकी आदिल अहमद उर्फ वकास ने इस वारदात को अंजाम दिया था. सुरक्षाबलों पर हुए हमले के बाद सारे देश पाकिस्तान के खिलाफ गुसा देखने को मिल रहा है  देश के अलग अलग हिस्सों में लोग सकों पर उतर कर प्रदर्शन कर रहे हैं और पाकिस्तान के पुतले जलाये जा रहे हैं.

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