जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के आतंकी संगठनों पर एयर स्ट्राइक की है. आज तड़के हुई एयर स्ट्राइक में भारतीय वायुसेना के फाइटर जेट विमानों ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकानों पर ताबड़तोड़ बमबारी की. जिसमे 300 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की बात कही जा रही है. लेकिन पाकिस्तान ने पलटवार करते हुए भारत को धमकी दी है की आज नहीं तो कल पाकिस्तान इसका जबाब जरुर देगा. ऐसे में कश्मीर या फिर पंजाब में भारतीय सेना के आयुधभंडार उसका निशाना बन सकते हैं.

भारतीय वायुसेना की इस कार्यवाही में जहां बड़ी तादात में आतंकियों के मारे जाने की बात कही जा रही है. वहीं पाकिस्तान ने किसी बड़े नुकसान से साफ़ तौर पर इनकार किया है.

चौथी दुनिया को मिली एक्सक्लूसिव जानकारी के मुताबिक पाकिस्तान के खैबर पख्तुन्ख्वा में एयर स्ट्राइक के दौरान भारतीय वायुसेना के विमानों ने कुल तीन जगहों पर बम बरसाए थे.जिनमे से दो जगहों पर किसी की भी मौत नहीं हुई. जिसकी सबसे बड़ी वजह मिसाईल का लक्ष्य भेदने से नाकाम होना बताया गया है. जिसके चलते दोनों जगहों पर केवल ईमारत को ही नुकसान पहुंचा. लेकिन तीसरी जगह जो की जाबा टॉप बताई जा रही है वहां पर 80-120 आतंकी मारे गए हैं. जिनमे से कुछ पाकिस्तानी सेना के अधिकारी भी हैं. जो वहां पर सुरक्षा में तैनात किये गए थे. पाकिस्तानी सेना ने एयर स्ट्राइक के बाद जो तस्वीरें जारी की हैं उनमें हिल टॉप की एक भी तस्वीर नहीं है. जो तस्वीरें सामने आईं हैं वो ढलान और तराई के इलाकों की हैं. दूसरी तरफ घने जंगलों से घिरे होने के चलते मिराज 2000 विमानों के वीडियो में भी कुछ साफ़ नज़र नहीं आ रहा है. जिसके चलते इस आपरेशन में कितने लोगों की मौत हुई है इसका सही-सही आकलन कर पाना मुश्किल है.

वहीं अब आपरेशन ख़त्म होने के बाद भारतीय वायुसेना ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच बिठा दी है. वायुसेना पता करना चाहती है कि इंटेलिजेंस इनपुट सही होने पर भी पायलट लक्ष को भेदने में नाकाम कैसे रह गए. वो भी उस समय जब आप दुश्मन के इलाक़े में हो और लक्ष्य भेदने के लिए लेजर गाइडेड मिसाईल इस्तेमाल हो रही हो. ऐसे में यह चूक ट्रेनिंग में किसी बड़ी खामी की ओर इशारा करती नज़र आती है. हालांकि  तर्क ये भी हो सकता है कि घने जंगल और रात का समय होने की वजह से पायलट्स को कुछ दिक्कतें पेश आई हों. खैर कुछ भी इसे नजरंदाज करना आने वाले दिनों में वायुसेना को भारी पड़ सकता है. कहीं यह बात दुश्मन मुल्क तक पहुँच गई तो वह इसका फायदा उठाने से नहीं चूकेगा.

आपको बता दें कि बालाकोट खैबर पख्तुन्ख्वा के मानसेहरा डिस्ट्रिक्ट के अंतर्गत पड़ता है. चश्मदीदों के मुताबिक भारतीय वायुसेना द्वारा बालाकोट में किया गया हमला दिल दहला देने वाला था. वही हमले के बाद पाकिस्तनी सेना ने इलाक़े को चारो तरफ से घेर लिया है. यहां तक की पुलिस पर भी इस इलाक़े में जाने पर पाबंदी लगा दी गई है.

गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना द्वारा जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने को निशाना बनाकर किये गए हमले में बड़ी संख्या में आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए हैं. इन मारे गए आतंकियों में जैश प्रमुख मसूद अजहर का बहनोई युसूफ अजहर भी शामिल है.

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