नई दिल्ली : दुनिया भर में प्लास्टिक कचरे से निपटना एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है. प्लास्टिक कचरा पर्यावरण के लिए काफी खतरनाक है. इस प्लास्टिक कचरे में सबसे ज्यादा कचरा प्लास्टिक बोतलों का होता हैं जिनमें आज कोल्ड ड्रिंक, तेल, पानी आदि भरकर बेचा जा रहा है लेकिन इनका उपयोग करने के बाद लोग इन्हें यूँ ही फेक देते हैं.
अगर हम आपको बताएं कि अब इन प्लास्टिक की बोतलों से आप गाड़ियों में इस्तेमाल होने वाला पेट्रोल डीज़ल भी बना सकतें हैं वो भी घर बैठकर तो आपको शायद यकीन नहीं होगा लेकिन ये बात बिलकुल सच है. कई देशों में जहाँ लोग रोज़गार संकट से जूझ रहे हैं वहां पर प्लास्टिक की बोतलों से ईंधन बनाकर उसे बेचकर पैसे कमाना एक आम बात हो गयी है.
जी हाँ अब आप भी घर बैठकर प्लास्टिक की बोतलों से ईंधन बना सकते हैं. इसके लिए आपको एक बड़े बर्तन में प्लास्टिक की बोतलों को गर्म करना पड़ेगा यह प्रक्रिया एक यह सीलबंद होता है मगर ऊपर से भाप निकलने के लिए एक पाइप लगा होता है। प्लास्टिक को अगर ऑक्सीजन की गैर मौजूदगी में पकाया जाता है तो वह पिघलने लगता है.
इससे भाप पैदा होती है। यह भाप ऊपर लगे पाइप के जरिए एक वाटर टैंक में जाती है। वाटर टैंक में सामान्य ताप का पानी भरा होता है। बॉयलर से आ रहे पाइप का आखिरी छोर पानी में डूबा रहता है। यह भाप पानी में आती है और लिक्विड में तब्दील हो जाती है।
यह लिक्विड पानी से हल्का होता है इसलिए वो पानी के ऊपर तैरता रहता है और इकट्ठा होता जाता है। यहां से तेल को निकालने के लिए एक पाइप लगा होता है, जिसका मुंह पानी के लेवल से जरा सा ऊपर होता है। जब तेल इकट्ठा होता है वो पानी के लेवल से ऊपर भरने लगता है और इस पाइप के जरिए दूसरे टैंक में जमा होता जाता है।
दूसरे टैंक में जमा हुआ यह लिक्विड ही ईंधन है। यह ईंधन शुद्ध नहीं होता है. इस ईंधन को पेट्रोल डीज़ल में बदलने के लिए इसे रिफाइन किया जाता है और उसके बाद यह अपने असली रूप में तब्दील हो जाता हैं जिसे आसानी से एकत्र करके इसका इस्तेमाल किया जा सकता हैं.