देश में जातिगत जनगणना की मांग के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ तेजस्वी यादव भी मिलने वाले हैं। नीतीश कुमार ने खुद इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मैं दिल्ली पहुंच चुका हूं और प्रधानमंत्री से मिलने जा रहा हूं। हमारी मांग है कि देश में अब जातिगत जनगणना करवाई जाए। जानकारी के मुताबिक यह मुलाकात सुबह 11 बजे होने जा रही है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नीतीश कुमार की यह मुलाकात इसलिए भी खास है क्योंकि, उनके साथ विपक्षी दलों के दस अन्य नेता भी शामिल रहेंगे। इसमें तेजस्वी यादव व विकासशील इंसान पार्टी के मुखिया मुकेश सहनी भी मौजूद रहेंगे।

भाजपा के कई नेता भी कर रहे मांग 
देश में जातिगत जनगणना कराए जाने की मांग अब भाजपा के अंदर भी उठने लगी है। कई नेता इसकी मांग कर रहे हैं। प्रधानमंत्री से आज होने वाली मुलाकात में भाजपा नेता व बिहार सरकार में मंत्री जनक राम भी शामिल रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक वह भी प्रधानमंत्री के सामने यह मांग उठाएंगे।

जातीय जनगणना कराने की मांग को लेकर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अगुआई में राज्य की 10 पार्टियों के नेता प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मिलने पहुंचे हैं। 11 सदस्यों के शिष्टमंडल से मोदी PMO में मुलाकात कर रहे हैं। इनमें राजद नेता तेजस्वी यादव, जदयू से शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, भाजपा से खान भूतत्व मंत्री जनक राम, कांग्रेस नेता अजीत शर्मा, सीपीआई (माले) नेता महबूब आलम, एआईएमआईएम के अख्तरुल इमान, पूर्व मुख्यमंत्री और हम सुप्रीमो जीतन राम मांझी, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी, सीपीआई नेता सूर्यकांत पासवान और सीपीएम नेता अजय कुमार शामिल हैं।

1931 में हुई थी जातिगत गणना 
जानकारी के अनुसार देश में पहली बार जातिगत जनगणना 1931 में हुई थी। इसके बाद 2011 में भी जातिगत जनगणना कराई गई, लेकिन सरकार की ओर से इसके आंकड़े जारी नहीं किए गए। एक बार फिर इस मांग को लेकर राजनीति में सरगर्मी बढ़ गई है, लेकिन भाजपा ऐसी कोई गणना कराना नहीं चाहती है।

 

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